BY: Yoganand Shrivastva
नागपुर, महाराष्ट्र के नागपुर में एक बड़े अंतरराष्ट्रीय सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। शहर के हृदयस्थल में स्थित होटल पैराडाइस को इस रैकेट का अड्डा बनाया गया था, जहां विदेशी युवतियों को ग्राहकों की मांग पर बुलाकर अनैतिक कार्य कराया जा रहा था। नागपुर पुलिस की सोशल सिक्योरिटी ब्रांच ने एक गुप्त ऑपरेशन के जरिए इस पूरे गिरोह का भंडाफोड़ किया।
कैसे हुआ रैकेट का खुलासा?
पुलिस को लंबे समय से इस होटल में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिल रही थी। इसी आधार पर एक पुलिसकर्मी को नकली ग्राहक बनाकर होटल में भेजा गया। वहां पहुंचने के बाद उसने तय प्रक्रिया के तहत 2000 रुपये अग्रिम राशि और 5500 रुपये विदेशी युवती के लिए ट्रांसफर किए। इसके अलावा होटल का बिल भी अलग से लिया गया। इसके कुछ ही समय बाद उसके कमरे में उज्बेकिस्तान से आई 23 वर्षीय युवती को भेजा गया।
जैसे ही युवती कमरे में पहुंची, पहले से सतर्क पुलिस टीम ने होटल में छापा मार दिया और मौके से एक महिला आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
कौन चला रहा था रैकेट?
जांच में सामने आया कि इस रैकेट का संचालन दिल्ली से हो रहा था। इसका मास्टरमाइंड कृष्ण कुमार उर्फ राधे देशराज बताया जा रहा है, जो कई देशों से युवतियों को भारत लाकर अलग-अलग शहरों में भेजता था। वह इस अवैध कारोबार को हाई-प्रोफाइल अंदाज़ में अंजाम देता था। फिलहाल वह फरार है, और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
होटल को बनाया था मुख्य केंद्र
होटल पैराडाइस को इस रैकेट का प्रमुख अड्डा बनाया गया था। आरोपी महिला रश्मि आनंद खत्री ने पूरा होटल महीने के ढाई लाख रुपये किराए पर ले रखा था। यहां आने वाले विशेष ग्राहकों को विदेशी लड़कियों की सेवाएं देने की पेशकश की जाती थी। रूस, उज्बेकिस्तान, और अन्य देशों से लड़कियां भारत लाई जाती थीं।
उजबेक युवती को बचाया गया
पुलिस के अनुसार, जो युवती इस केस में पाई गई, वह पर्यटक वीजा पर भारत आई थी और उसे जबरन इस धंधे में धकेला गया। पुलिस ने उसे छुड़ाकर सुरक्षा में लिया है और उसके वीजा व दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने रश्मि आनंद खत्री के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही दिल्ली के मास्टरमाइंड कृष्ण कुमार के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। इस पूरे नेटवर्क के पीछे किस-किस का हाथ है, इसकी गहन जांच की जा रही है।