रिपोर्ट – देवेंद्र जायसवाल
इंदौर नगर निगम अब शहर में अधूरे पड़े विकास कार्यों को लेकर एक्शन मोड में आ गया है। शुक्रवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 3 की जबरन कॉलोनी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ स्थानीय विधायक राकेश उर्फ गोलू शुक्ला भी मौजूद थे। महापौर ने क्षेत्र में पिछले साढ़े तीन सालों से अधूरी पड़ी सीमेंट सड़क को लेकर गहरी नाराजगी जताई और मौके पर ही संबंधित ठेकेदार को फोन कर फटकार लगाई।
अधूरी सड़क पर नाराज महापौर, ठेका रद्द करने की चेतावनी
निरीक्षण के दौरान जब महापौर ने देखा कि सड़क निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है और क्षेत्र की जनता वर्षों से परेशान है, तो उन्होंने सख्त तेवर दिखाते हुए ठेकेदार को स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि 15 दिनों के भीतर कार्य पूर्ण नहीं हुआ तो न सिर्फ ठेका निरस्त कर दिया जाएगा, बल्कि निर्माण एजेंसी को ब्लैकलिस्ट भी किया जाएगा।
महापौर भार्गव ने कहा –
“इंदौर नगर निगम अब किसी भी अधूरे विकास कार्य को लेकर समझौता नहीं करेगा। जनता की सुविधाएं हमारी प्राथमिकता हैं और इसमें लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
विधायक भी हुए नाराज़
निरीक्षण के दौरान विधायक राकेश गोलू शुक्ला ने भी अधूरी सड़क को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़क निर्माण कार्य की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और स्थानीय निवासियों की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए।

स्थानीय लोग बोले – तीन साल से हो रहे हैं परेशान
मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने महापौर और विधायक को बताया कि बीते तीन वर्षों से यह सड़क अधूरी पड़ी है। बारिश के मौसम में सड़क पर कीचड़ और गड्ढों के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है, वहीं पैदल चलना और वाहन चलाना भी मुश्किल हो जाता है।
नगर निगम को मिला सख्त निर्देश
महापौर ने नगर निगम अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य की सप्ताहवार प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि कार्य समयसीमा में पूर्ण हो। महापौर के दौरे के बाद क्षेत्रीय जनता को उम्मीद जगी है कि अब यह अधूरी सड़क जल्द बनेगी और वर्षों से चली आ रही परेशानी खत्म होगी।