BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर के संजय ब्रिज के पास कान्ह नदी किनारे बने एक मंदिर में शनिवार सुबह बड़ा विवाद सामने आया। मंदिर की मूर्तियां उखाड़कर नदी में फेंक दी गईं। जब स्थानीय लोग सुबह पूजा करने पहुंचे, तो मूर्तियां गायब थीं। कुछ देर खोजबीन के बाद वे नदी में मिलीं।
बजरंग दल का विरोध प्रदर्शन
घटना की जानकारी मिलते ही बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और जमकर विरोध किया। इसके बाद वे कोतवाली थाने पहुंचे और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
टीआई रविंद्र पाराशर ने लोगों को आश्वस्त किया कि एक सप्ताह के भीतर आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
लगातार घटनाओं से बढ़ा तनाव
यह मंदिर पहले भी विवाद का केंद्र रह चुका है। 15 अगस्त को इसी मंदिर में मवेशियों के अवशेष मिलने की शिकायत दर्ज हुई थी। लगातार दो दिनों से हो रही घटनाओं ने लोगों में गुस्सा और तनाव बढ़ा दिया है।
नदी में हुई मूर्तियों की तलाश
स्थानीय लोगों ने पुलिस और कार्यकर्ताओं की मदद से कान्ह नदी में उतरकर मूर्तियों की खोज शुरू की। काफी देर की मशक्कत के बाद कुछ मूर्तियां मिल गईं। लोगों ने उन्हें धोकर वापस मंदिर में स्थापित किया।
वीडियो डिलीट करने को लेकर विवाद
घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना है कि पुलिस ने मूर्तियों की सर्चिंग के दौरान बनाए गए कुछ वीडियो डिलीट करा दिए। इससे मौके पर मौजूद हिंदू संगठनों में और नाराजगी फैल गई।
पुलिस की कार्रवाई
इससे एक दिन पहले (शुक्रवार) मंदिर परिसर में मवेशियों के अवशेष फेंकने के मामले में भी पुलिस ने मोहनलाल मानेकर की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। फिलहाल पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है और सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई है।





