BY: MOHIT JAIN
41 साल बाद एशिया कप के फाइनल में भारत और पाकिस्तान आमने-सामने होंगे। ग्रुप और सुपर-4 स्टेज में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को दोनों बार हराया, लेकिन फाइनल में सब कुछ बदल सकता है। दुबई की पिच, टॉस का फैसला, ओपनिंग बल्लेबाज और गेंदबाजी दोनों टीमों की रणनीति पर बड़ा असर डालेंगे। आइए जानते हैं वो चार मुख्य फैक्टर्स, जो इस हाईवोल्टेज मुकाबले का परिणाम तय कर सकते हैं।
1. पिच और टॉस का फैसला

दुबई की पिच हमेशा निर्णायक भूमिका निभाती रही है। 2018 से अब तक यहां टॉप टी-20 टीमों के 20 मैच खेले गए हैं, जिनमें 15 बार चेज करने वाली टीम ने जीत दर्ज की। हालांकि, हाल के मैचों में पहले बैटिंग करने वाली टीम भी जीत के करीब रही है।
कप्तानों के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी: टॉस जीतकर बैटिंग चुनें या बॉलिंग। फाइनल की पिच कैसी होगी और टॉस का फैसला किस तरह खेल को प्रभावित करेगा, ये मैच की दिशा तय कर सकते हैं।
2. भारत की ओपनिंग जोड़ी

भारत की ओपनिंग जोड़ी इस फाइनल में निर्णायक भूमिका निभा सकती है। अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल ने सुपर-4 स्टेज में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। अभिषेक की तेजी और गिल का संयम मिलकर पाकिस्तान के खिलाफ पावरप्ले में मजबूत स्कोर बनाते हैं।
दोनों ने अब तक एशिया कप में 273 रन जोड़े हैं और यदि फाइनल में टिके रहे, तो शुरुआती ओवरों में ही टीम को बड़ा स्कोर दिलाने में मदद करेंगे। दुबई की लो-स्कोरिंग पिच पर यह रणनीति मैच का टर्निंग पॉइंट बन सकती है।
3. पाकिस्तान की पेस गेंदबाजी

पाकिस्तान के पास शाहीन शाह अफरीदी और हारिस रऊफ जैसे दो प्रभावशाली तेज गेंदबाज हैं। दोनों ने टूर्नामेंट में 9-9 विकेट लिए हैं।
- शाहीन नई गेंद से ओपनिंग बैटर्स को चुनौती देते हैं और विपक्षी टीम पर दबाव बनाते हैं।
- रऊफ मिडिल और डेथ ओवर्स में अपनी बाउंस और गति से बल्लेबाजों को परेशान करते हैं।
यदि पाकिस्तान इन दोनों पेसर्स का प्रदर्शन बरकरार रखता है, तो भारत के रन मशीन ओपनर्स को रोकना संभव है और मैच में पकड़ बनाई जा सकती है।
4. भारत की स्पिन तिकड़ी

भारत की स्पिन तिकड़ी भी पाकिस्तान के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। कुलदीप यादव ने 6 मैचों में 12 विकेट लेकर टूर्नामेंट में शीर्ष स्थान हासिल किया है। वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल ने भी शानदार प्रदर्शन किया है।
कुलदीप पाकिस्तान के खिलाफ हर मैच में विकेट लेने में सफल रहे हैं। इसके अलावा, जसप्रीत बुमराह की तेज गेंदबाजी भी फाइनल का रुख बदल सकती है।
फाइनल में पिच, टॉस, ओपनिंग बल्लेबाजों की फार्म, तेज गेंदबाजों की चाल और स्पिनर्स की पकड़ – ये चार फैक्टर्स निर्णायक होंगे। भारत फिलहाल फॉर्म में आगे है, लेकिन पाकिस्तान भी फाइनल में बड़ा उलटफेर कर सकता है।
दुबई का मैदान और इन चार निर्णायक फैक्टर्स फाइनल को रोमांचक और यादगार बनाते हैं।





