Mohit Jain
टीम इंडिया इन दिनों शुभमन गिल की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, जहां तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली जानी है। हालांकि इस बार रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सुपरस्टार खिलाड़ियों की वापसी से टीम का मनोबल ऊंचा है, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि ऑस्ट्रेलियाई धरती पर भारत का वनडे रिकॉर्ड बेहद कमजोर रहा है।

ऑस्ट्रेलिया की धरती पर भारत का रिकॉर्ड कमजोर
भारत ने अब तक ऑस्ट्रेलिया में कुल 54 वनडे मुकाबले खेले हैं। इनमें से 14 मैच जीते, 38 हारे, जबकि 2 मुकाबलों का कोई परिणाम नहीं निकला।
इतना ही नहीं, टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में अब तक सिर्फ एक बार वनडे सीरीज जीती है — वह भी विराट कोहली की कप्तानी में वर्ष 2019 में। उसके बाद से बीते 6 सालों में भारत वहां कोई सीरीज नहीं जीत पाया है।
ऑस्ट्रेलिया में भारत का वनडे रिकॉर्ड:
खेले गए मैच – 54
जीते – 14
हारे – 38
बिना परिणाम – 2
ओवरऑल वनडे रिकॉर्ड में भी ऑस्ट्रेलिया आगे
अगर दोनों टीमों के बीच खेले गए ओवरऑल वनडे मुकाबलों की बात करें तो भारत और ऑस्ट्रेलिया ने अब तक 152 वनडे मैच खेले हैं।
इनमें से 58 मुकाबले भारत ने जीते, जबकि 84 मैचों में ऑस्ट्रेलिया ने बाजी मारी। 10 मैच बेनतीजा रहे।
यह आंकड़े साफ दिखाते हैं कि वनडे क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया का दबदबा भारत से कहीं ज्यादा रहा है।
पर्थ मैदान पर पहली बार खेलेगी भारतीय टीम
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज का पहला मुकाबला 19 अक्टूबर को पर्थ क्रिकेट ग्राउंड (Optus Stadium) में खेला जाएगा।
दिलचस्प बात यह है कि भारतीय टीम पहली बार इस मैदान पर वनडे मुकाबला खेलने उतरेगी। पर्थ की तेज़ और उछालभरी पिच बल्लेबाजों के लिए चुनौती पेश कर सकती है, खासकर भारतीय टॉप ऑर्डर के लिए।
दोनों टीमों के स्क्वाड पर एक नजर
भारत की टीम:
रोहित शर्मा, शुभमन गिल (कप्तान), विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल (विकेटकीपर), अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, हर्षित राणा, अर्शदीप सिंह, मोहम्मद सिराज, वाशिंगटन सुंदर, नितीश कुमार रेड्डी, ध्रुव जुरेल, प्रसिद्ध कृष्णा।
ऑस्ट्रेलिया की टीम:
ट्रेविस हेड, मिचेल मार्श (कप्तान), मार्नस लाबुशेन, मैथ्यू शॉर्ट, मैट रेनशॉ, मिचेल ओवेन, जोश फिलिप (विकेटकीपर), कूपर कोनोली, मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड, नाथन एलिस, बेन ड्वार्शिस, जेवियर बार्टलेट, मैथ्यू कुहनेमन।
हालांकि ऑस्ट्रेलिया में भारत का वनडे रिकॉर्ड अब तक प्रभावशाली नहीं रहा, लेकिन इस बार टीम इंडिया में रोहित-विराट जैसे अनुभवी बल्लेबाजों की वापसी और गिल की युवा कप्तानी से उम्मीदें बढ़ गई हैं।
अगर भारत शुरुआती मैच जीत जाता है, तो यह सीरीज न सिर्फ रिकॉर्ड सुधारने का मौका होगी, बल्कि पिछले कई सालों से ऑस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज जीतने का सूखा भी खत्म कर सकती है।





