BY: Yoganand Shrivastva
पंजाब में हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (HRTC) की बसों पर हमले और खालिस्तानी नारे लिखे जाने की घटनाओं के बाद हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बसों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार को अपनी संपत्ति की सुरक्षा की चिंता है और वे पंजाब के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहते, लेकिन अपनी बसों की सुरक्षा को लेकर पंजाब सरकार से बातचीत कर रहे हैं।
मोहाली और अमृतसर में बसों पर हमला
शनिवार को अमृतसर बस स्टैंड में कुछ अज्ञात लोगों ने हिमाचल परिवहन निगम की चार बसों की विंडशील्ड तोड़ दी। साथ ही, बसों पर खालिस्तान समर्थक नारे भी लिखे गए। पुलिस के मुताबिक, ये बसें पार्किंग में खड़ी थीं और घटना के समय उनमें कोई यात्री मौजूद नहीं था। इससे पहले, मोहाली के खरड़ में भी HRTC की बसों पर हमला किया गया था, जहां दो अज्ञात लोगों ने बस की विंडशील्ड और कुछ खिड़कियां तोड़ दी थीं।
हमले की वजह क्या है?
कुछ दिनों पहले हिमाचल प्रदेश में स्थानीय लोगों ने पंजाब के कुछ युवकों की मोटरसाइकिलों से जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीर वाले झंडे हटा दिए थे, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया। इसके बाद पंजाब में कुछ संगठनों ने हिमाचल की बसों को निशाना बनाना शुरू कर दिया।
दल खालसा और सिख यूथ ऑफ पंजाब के कार्यकर्ताओं ने होशियारपुर में HRTC की बसों और कुछ निजी बसों पर भिंडरावाले की तस्वीरें चिपका दी थीं। इस घटनाक्रम के बाद हिमाचल सरकार ने अपनी बसों की सुरक्षा को लेकर पंजाब सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है।
पुलिस जांच जारी
पंजाब पुलिस ने बसों पर हुए हमले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। हिमाचल सरकार पंजाब सरकार के साथ मिलकर बसों की सुरक्षा के उपायों पर काम कर रही है ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
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