जामताड़ा | संवाददाता
“एक वीर सपूत… जिसने अपनी पूरी जिंदगी देश की सेवा में समर्पित कर दी… आज हमेशा के लिए हमसे विदा हो गया।”
झारखंड के जामताड़ा जिले ने आज अपने लाल हवलदार राजीव कुमार सिंह को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। इंडियन आर्मी मेडिकल कोर के इस वीर जवान का 7 मार्च को ड्यूटी के दौरान अचानक तबियत बिगड़ने से निधन हो गया। जैसे ही रविवार देर रात उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास जामताड़ा पहुंचा, पूरा माहौल गमगीन हो गया।

परिवार में मचा कोहराम, हर आंख हुई नम
घर पहुंचते ही मां का करुण क्रंदन, पत्नी की सिसकियां और मासूम बेटियों के आंसू देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था। मोहल्ले के लोग और रिश्तेदार भी इस दुखद घड़ी में परिवार को सांत्वना देने पहुंचे।
पूरे सैन्य सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
सुबह भारतीय सेना के जवानों ने पूरे सैन्य सम्मान के साथ हवलदार राजीव कुमार सिंह को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद शहरभर में उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई, जहां हर गली, हर चौराहा उनके सम्मान में खड़ा हो गया। लोगों ने “अमर रहे राजीव कुमार” और “भारत माता की जय” के नारों के साथ उन्हें विदाई दी।
अजय नदी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। सेना के जवानों ने उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया और पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी।

बचपन में खोया पिता, मेहनत और संघर्ष से सेना में बनाई जगह
हवलदार राजीव कुमार सिंह ने बचपन में ही अपने पिता को खो दिया था। कठिन परिस्थितियों में संघर्ष और मेहनत के बल पर उन्होंने भारतीय सेना में अपना स्थान बनाया। देश की सेवा को ही उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया।
तीन बेटियों, पत्नी और मां को छोड़कर गए वीर सपूत
राजीव कुमार सिंह अपने पीछे अपनी मां, पत्नी और तीन मासूम बेटियों को छोड़कर चले गए। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, लेकिन उनकी वीरता, देशभक्ति और बलिदान हमेशा अमर रहेगा।
पूरा जामताड़ा गर्व से भर गया
आज जामताड़ा ने अपने बेटे को खो दिया, लेकिन उनकी कुर्बानी को कभी भुलाया नहीं जाएगा। उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हर व्यक्ति के दिल में श्रद्धा और गर्व का भाव था। वह भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी देशभक्ति और सेवा की गूंज हमेशा जामताड़ा की फिजाओं में बनी रहेगी।