Hariyana news: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलम्पिक 2036 में भारत को खेल महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। इस आगामी ओलम्पिक 2036 में हरियाणा के खिलाड़ी सबसे अधिक पदक जीतने का लक्ष्य लेकर मैदान में उतरेंगे और इस प्रदेश के खिलाड़ी धाकड़ किसान, धाकड़ पहलवान की धरा के रूप में विश्व में बनी पहचान को ओर आगे लेकर जाएंगे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर स्थित द्रोणाचार्य स्टेडियम में सांसद खेल महोत्सव 2025 के समापन अवसर में शिरकत की।इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, सांसद नवीन जिंदल व पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने सांसद खेल महोत्सव 2025 के विजेताओं को नकद राशि व पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने शूटर गुरजोत सिंह और पैरा एथलैटिक के खिलाड़ी दिलबाग सिंह हिसार को विशेष पुरस्कार देकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस सफल आयोजन पर सांसद नवीन जिंदल और इनकी पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि इस सांसद खेल महोत्सव 2025 में सबसे ज्यादा एक लाख 10 हजार खिलाडिय़ों ने विभिन्न खेलों में अपनी प्रतिभा का जोहर दिखाया।मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश में साल भर विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करने के लिए खेल कैलेण्डर भी तैयार किया जाता है। इसके अनुसार खेल महाकुम्भ, राज्यस्तरीय अखाड़ा दंगल, मुक्केबाजी, वॉलीबॉल, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, तैराकी, बास्केटबॉल, हैंड बाल इत्यादि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। हरियाणा में 11 साल पहले खेलों के लिए एक विजन विकसित किया था। वह विजन था हर बच्चे को खेल से जोड़ने का, हर गांव में खेल का मैदान बनाने का और हर उस युवा को अवसर देने का, जिसमें खेल के प्रति ललक है। इस विजन का लक्ष्य है कि हरियाणा को न केवल भारत की, बल्कि विश्व की खेल राजधानी बनाया जाए।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज हरियाणा को खेलों की नर्सरी कहा जाता है। हमारे खिलाडिय़ों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है। चाहे वे ओलंपिक खेल हों, एशियाई खेल हों या राष्ट्रमंडल खेल हों, हरियाणा के खिलाडिय़ों ने हर मोर्चे पर तिरंगे को ऊंचा फहराया है। यह सांसद खेल महोत्सव आपकी प्रतिभा को आगे बढाने का माध्यम है। ऐसी ही प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए हमने अनेक कदम उठाए हैं। बचपन से ही खिलाडिय़ों को तराशने के लिए प्रदेश में खेल नर्सरियां खोली हुई हैं। इनमें उन्हें वित्तीय सहायता व प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इस समय प्रदेश में 1 हजार 472 खेल नर्सरियां कार्यरत हैं। इनमें 37 हजार 225 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन नर्सरियों में नामांकित 8 से 14 वर्ष की आयु के खिलाडिय़ों को 1500 रुपये तथा 15 से 19 वर्ष की आयु के खिलाडिय़ों को दो हजार रुपये प्रति माह दिये जाते हैं।मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के लिए सुरक्षित रोजगार सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी सेवा नियम 2021 बनाये हैं। इसके तहत खेल विभाग में 550 नए पद बनाए गए। हमने 231 खिलाडिय़ों को सरकारी नौकरी दी है। खिलाडिय़ों के लिए क्लास-वन से क्लास-फोर तक के पदों की सीधी भर्ती में आरक्षण का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि हम पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को 6 करोड़ रुपये तक के नकद पुरस्कार देते हैं। हमने अब तक 16 हजार 418 खिलाडिय़ों को 683 करोड़ 15 लाख रुपये के नकद पुरस्कार दिए हैं। इसके अतिरिक्त उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 298 खिलाडिय़ों को मानदेय भी दिया जा रहा है। राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले तथा पदक जीतने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। वर्ष 2014 से अब तक 24 हजार से अधिक छात्रों को 70 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हम खिलाडिय़ों को खेल उपकरण भी उपलब्ध करवा रहे हैं। इसके लिए हरियाणा खेल उपकरण प्रावधान योजना बनाई है। इसके तहत 15 हजार 634 खिलाडिय़ों को उपकरण प्रदान किए जा चुके हैं।मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि 78वीं इंटर स्टेट इंटर जोनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर हमारी बेटियों उन्नित हुड्डा, अनमोल खरब, देविका सिहाग, रिद्घीकौर थूर ने विजयवाड़ा में हरियाणा प्रदेश का नाम रोशन किया है। मुख्यमंत्री ने खिलाडिय़ों और उनके प्रशिक्षकों को बधाई व शुभकामनाएं दी। बैडमिंटन की महिला और पुरुष दोनों टीमें 78वीं इंटर स्टेट इंटर जोनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप 2025 के फाइनल में पहुंची। इस फाइनल मुकाबले में बैडमिंटन महिला टीम ने आंध्र प्रदेश की टीम को हराकर स्वर्ण पदक जीता है। इस बैडमिंटन चैम्पियनशिप में हरियाणा की पुरुष बैडमिंटन टीम का फाइनल आंध्र प्रदेश के साथ होगा।





