रिपोर्टर: अरविंद चौहान, अपडेट: योगानंद श्रीवास्तव
ग्वालियर: अगर आप भी अचलेश्वर रोड पर लगे रोडसाइड रेस्तरां और ठेलों से चटपटा खाना खाने के शौकीन हैं, तो जरा सावधान हो जाइए। यहां बिक रहा भोजन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है, क्योंकि कई दुकानों पर अमानक और मिलावटी तेल का उपयोग किया जा रहा है।
इन स्टॉल्स पर खाद्य सुरक्षा विभाग की नियमित जांच लगभग न के बराबर है। लेकिन हाल ही में एक सतर्क ग्राहक की पहल पर विभाग को मौके पर सैंपलिंग करने के लिए बाध्य होना पड़ा।
तबीयत बिगड़ी तो ग्राहक ने की शिकायत
अचलेश्वर रोड पर संचालित एक फूड स्टॉल से राजेश अग्रवाल नामक व्यक्ति ने पाव भाजी और डोसा खाया। खाने के कुछ ही समय बाद उनकी तबीयत खराब हो गई। उन्हें संदेह हुआ कि भोजन में मिलावटी तेल या घी का इस्तेमाल किया गया है।
राजेश ने सबसे पहले सीधे खाद्य सुरक्षा अधिकारी को शिकायत की, लेकिन उनकी शिकायत को अनसुना कर दिया गया। बाद में उन्होंने अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की मदद ली, जिसके जरिए शिकायत को गंभीरता से लिया गया और टीम को मौके पर भेजा गया।
मौके पर पहुंची टीम, तेल-घी के सैंपल लिए गए
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने अचलेश्वर रोड स्थित तीन फूड स्टॉल्स – साउथ इंडियन मद्रासी डोसा, श्रीराम पाव भाजी और मिर्ची इंडियन फूड – पर कार्रवाई करते हुए तेल, घी और मक्खन के सैंपल लिए।
सतीश धाकड़, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, ने बताया कि:
“शिकायत प्राप्त होते ही हमने मौके पर पहुंचकर सैंपल लिए हैं। अब ये सैंपल भोपाल की लैब में भेजे जाएंगे। अगर जांच में किसी भी सैंपल को अमानक पाया गया, तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।”
मंत्री के आदेश पर हुई थी तत्काल कार्रवाई, आम नागरिक को करना पड़ा इंतजार
गौरतलब है कि पिछले माह स्वास्थ्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने जब सिटी सेंटर के क्वालिटी रेस्टोरेंट का दौरा किया था, तो उसी रात तत्काल सैंपलिंग कर जांच की गई थी और तेल को अमानक भी घोषित कर दिया गया था।
लेकिन आम नागरिक की शिकायत पर अब अधिकारी कह रहे हैं कि जांच रिपोर्ट आने में एक माह का समय लगेगा, जिसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी।