ग्वालियर में कोरोना संक्रमण फिर से चिंता का कारण बनता जा रहा है। सोमवार को कोविड जांच के दौरान 6 नए पॉजिटिव केस सामने आए, जिससे शहर में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। खास बात यह है कि इन मामलों में एक ही परिवार के चार सदस्य संक्रमित पाए गए हैं।
बद्रीनाथ यात्रा से लौटने के बाद बिगड़ी तबीयत
- 29 मई: मुरार एमएच चौराहा निवासी 41 वर्षीय युवक बद्रीनाथ धाम के दर्शन के लिए गया था।
- 6 जून: यात्रा से लौटने के बाद युवक को सर्दी, बुखार और जुकाम की शिकायत हुई।
- शुरुआत में उसने निजी डॉक्टर से इलाज करवाया, लेकिन कोई राहत नहीं मिली।
- बाद में जिला अस्पताल मुरार में जांच कराई गई, जहां रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव निकली।
पूरे परिवार की रिपोर्ट पॉजिटिव
युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद परिवार के अन्य सदस्यों की जांच की गई।
- पत्नी और दो बेटियाँ (उम्र 13 और 14 साल) भी संक्रमित पाई गईं।
- एक ही परिवार के चार लोगों का एक साथ संक्रमित होना स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बन गया है।
अन्य संक्रमित मरीज
भोपाल से लौटे बुजुर्ग भी पॉजिटिव
- शिंदे की छावनी निवासी 71 वर्षीय बुजुर्ग हाल ही में भोपाल से लौटे थे।
- उन्हें भी सर्दी-जुकाम और बुखार था। जांच में कोविड पॉजिटिव पाए गए।
दो महिलाओं की रिपोर्ट भी पॉजिटिव
- गुढा निवासी 42 वर्षीय महिला
- एबी रोड, दुर्गापुरी कॉलोनी की 33 वर्षीय महिला
- दोनों को सर्दी-खांसी और बुखार था, डॉक्टर की सलाह पर कोविड टेस्ट कराया गया।
राहत की खबर: एक परिवार पूरी तरह सुरक्षित
- शिवपुरी लिंक रोड निवासी काशीराम की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
- उनके संपर्क में आए चारों परिजन भी कोविड निगेटिव पाए गए।
- इससे स्वास्थ्य विभाग को थोड़ी राहत मिली है।
स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता बढ़ी
ग्वालियर में अचानक बढ़ते कोविड मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग और कांटेक्ट ट्रेसिंग तेज कर दी है। साथ ही लोगों को सतर्क रहने और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराने की सलाह दी जा रही है।
क्या करें और क्या न करें
करें:
- भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनें
- खांसी-बुखार जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं
- बार-बार हाथ धोएं और सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें
न करें:
- लक्षण होने पर लापरवाही न बरतें
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें
- इलाज में देरी न करें
ग्वालियर में कोविड का यह नया उभार हमें सतर्क रहने की चेतावनी देता है। यात्रा से लौटने वाले लोगों को विशेष ध्यान देना चाहिए और किसी भी लक्षण को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। प्रशासन की ओर से सख्ती और जनजागरूकता की जरूरत अब पहले से कहीं ज्यादा है।