ग्वालियर में शुक्रवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां एक आर्मी जवान और उसकी पत्नी का शव जंगल में एक पेड़ से लटका मिला। यह घटना चित्रकूट धाम सिद्धेश्वर मंदिर के पीछे कैंसर पहाड़िया इलाके की है। दोनों ने एक ही दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या की।
घटना ने न सिर्फ क्षेत्र को झकझोर दिया, बल्कि उनके लव मैरिज के दो साल बाद इस तरह का अंत कई सवाल भी खड़े कर गया है।
क्या हुआ था घटनास्थल पर?
- मंदिर के आसपास रहने वाले लोगों ने जंगल में शव लटके होने की जानकारी पुलिस को दी।
- पुलिस मौके पर पहुंची और शव की तलाशी ली।
- कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ।
- पुलिस को दो आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, और आर्मी कैंटीन कार्ड मिले।
- मृतक की पहचान 26 वर्षीय मोनू शर्मा और 25 वर्षीय आशारानी के रूप में हुई।
लव मैरिज का दुखद अंत
- मोनू शर्मा ग्वालियर का रहने वाला और सेना में कार्यरत था।
- करीब दो साल पहले उसने हरियाणा की आशारानी से परिवार के विरोध के बावजूद लव मैरिज की थी।
- शादी के शुरुआती समय सब ठीक था, लेकिन पिछले 6 महीनों से दोनों के बीच विवाद बढ़ गया था।
- तलाक की प्रक्रिया कोर्ट में चल रही थी।
मौके पर मिले सुराग
- पुलिस को जंगल में एक बुलेट बाइक भी खड़ी मिली।
- सीएसपी हिना खान ने बताया कि जब झांसी रोड थाना पुलिस के साथ मौके पर पहुंचीं, तब दोनों के शव पेड़ से लटके हुए थे।
- आधार कार्ड से स्पष्ट हो गया कि दोनों पति-पत्नी हैं और आशारानी के कार्ड पर भी “केयर ऑफ मोनू शर्मा” लिखा हुआ था।
परिवार की प्रतिक्रिया
- मोनू के मुरार स्थित घर पर पुलिस पहुंची, जहां उसके चचेरे भाई सोनू शर्मा ने पुष्टि की कि मोनू और आशारानी के बीच रिश्ते खराब हो चुके थे।
- उनका कहना है कि शादी के 6 महीने के भीतर ही झगड़े शुरू हो गए थे।
इस घटना ने एक बार फिर यह दिखाया है कि रिश्तों में आई दरारें किस हद तक जीवन को प्रभावित कर सकती हैं। बिना सुसाइड नोट के यह भी साफ नहीं है कि आत्महत्या का कारण सिर्फ पारिवारिक कलह था या और भी कुछ। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।