सांस्कृतिक धरोहर बनने की ओर अग्रसर
दुर्ग। नगर पालिक निगम दुर्ग द्वारा आयोजित दो दिवसीय ‘रिमझिम सावन मेला 2025’ का समापन बड़े धूमधाम से हुआ। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम ने पूरे शहर को उत्सव के रंगों से सराबोर कर दिया।
मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं कौशल्या देवी साय
समापन समारोह में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी और वरिष्ठ समाजसेविका कौशल्या देवी साय मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहीं। उन्होंने संभागायुक्त की धर्मपत्नी और महापौर अलका बाघमार के साथ झूले का आनंद लिया और मेले के आयोजकों को शुभकामनाएं दीं।
हज़ारों नागरिकों ने लिया हिस्सा
कार्यक्रम में हज़ारों की संख्या में नागरिक मौजूद रहे। लोकनृत्य, भजन, समूह गायन और नारीशक्ति पर आधारित विशेष प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
कलाकारों का हुआ सम्मान
समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कलाकारों को स्मृति चिन्ह और प्रमाणपत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उत्साह और उमंग का वातावरण देखने को मिला।
नेताओं ने दी शुभकामनाएं
विधायक गजेंद्र यादव और महापौर अलका बाघमार ने मेले को सफल बनाने के लिए नागरिकों, अधिकारियों और स्टॉल संचालकों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि:
- “यह मेला अब शहर की सांस्कृतिक धरोहर बन चुका है।”
- “अगले वर्ष इसे और बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा।”
सांस्कृतिक पहचान की ओर एक कदम
‘रिमझिम सावन मेला’ न सिर्फ मनोरंजन का माध्यम रहा, बल्कि इसने दुर्ग की सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान को भी नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया।