रिपोर्टर: रतन कुमार मंडल
जामताड़ा – जब देश में धर्म और जात-पात के नाम पर विभाजन की बातें होती हैं, तब झारखंड के जामताड़ा जिले से एक मिसाल सामने आई है, जो गंगा-जमुनी तहज़ीब को ना सिर्फ ज़िंदा रखती है, बल्कि उसे और मजबूत बनाती है।
DC और SP ने लाठी भांजकर बढ़ाया भाईचारा
मोहर्रम पर्व के मौके पर जामताड़ा के उपायुक्त रवि आनंद और पुलिस अधीक्षक राजकुमार मेहता ने खुद अखाड़े में उतरकर लाठियां भांजते हुए आपसी भाईचारे और सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश दिया।
इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार समेत कई वरीय अधिकारी भी उपस्थित रहे और उन्होंने भी कार्यक्रम में सहभागिता दिखाई।
“हमारी संस्कृति मेल-जोल की है, मोहर्रम सिर्फ एक धर्म का पर्व नहीं बल्कि एकजुटता का प्रतीक है,”
– उपायुक्त रवि आनंद
शानदार अखाड़ा प्रदर्शन, उमड़ी भीड़
जिले के विभिन्न चौक-चौराहों से परंपरागत अखाड़ा जुलूस निकाले गए।
युवाओं ने लाठी, तलवार व पारंपरिक औजारों के साथ हैरतअंगेज करतब दिखाकर सबका दिल जीत लिया।
जनता ने भी भारी संख्या में भाग लेकर इस ऐतिहासिक आयोजन को यादगार बना दिया।
प्रशासन ने निभाई चौकसी की भूमिका
जिलेभर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
- पुलिस बल पूरे दिन गश्त करता रहा
- नियंत्रण कक्ष से लगातार निगरानी रखी गई
- किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए क्विक रिस्पॉन्स टीमें तैयार रखी गईं
मोहर्रम बना आपसी सौहार्द का संदेशवाहक
इस साल का मोहर्रम सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं रहा, बल्कि समरसता और एकता का प्रतीक बनकर सामने आया।
DC और SP द्वारा स्वयं लाठी चलाकर अखाड़े में हिस्सा लेना, लोगों के दिलों को जोड़ने वाला क्षण बन गया।