रिपोर्टर: लोकेश्वर सिन्हा,गरियाबंद
गरियाबंद में खाद की सरकारी किल्लत का फायदा उठाकर मुनाफाखोरी करने वाले कारोबारियों पर प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। कृषि विभाग की टीम ने अमलीपदर तहसील क्षेत्र के कई दुकानों पर दबिश देकर जमकर कार्रवाई की।
राजेंद्र ट्रेडर्स से 900 रुपये में बिकता मिला यूरिया
धूरवा गुड़ी में संचालित राजेंद्र ट्रेडर्स पर टीम ने छापा मारकर 266 रुपये कीमत वाले यूरिया को 900 रुपये में बिकते हुए पकड़ा। मौके पर से 525 बोरी यूरिया जब्त कर दुकान को 7 दिन के लिए निलंबित कर दिया गया।
तीन फर्मों को थमाया गया नोटिस
कार्रवाई यहीं तक सीमित नहीं रही। उर्वरक अधिनियम का उल्लंघन करने वाले कुल तीन फर्मों को नोटिस थमाया गया है। कृषि उपसंचालक ने साफ किया कि अगर तीन दिन में संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो इनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।
सरकारी सप्लाई की कमी से बढ़ी समस्या
असल समस्या खाद की सरकारी सप्लाई की है, जो वर्तमान में मांग की तुलना में लगभग 50% कम है। कमी की वजह से कारोबारी उड़ीसा से ऊंची कीमत में खाद लाकर किसानों को महंगे दाम पर उपलब्ध करा रहे हैं। लागत और मुनाफा जोड़कर दाम चार गुना तक बढ़ गए हैं।
किसानों का मानना है कि जब तक पर्याप्त सरकारी सप्लाई नहीं होगी, तब तक इस तरह की कालाबाजारी पर पूरी तरह रोक लगाना मुश्किल है।
किसानों की राय
कन्हैई मांझी, किसान (सिनापाली):
“सरकारी सप्लाई समय पर और पर्याप्त मात्रा में हो, तभी हमें राहत मिलेगी। वरना हमें महंगे दाम पर ही खाद लेना पड़ेगा।”





