उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में रविवार को जोरदार धमाका हुआ, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। धमाका इतना तेज था कि एक घर की छत और दीवारें पूरी तरह उड़ गईं। हादसे में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया।
यह घटना हुसैनगंज थाना क्षेत्र के बारह मील जमरावा मोड़ के पास हुई। धमाके की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई और आसपास के लोग दहशत में आ गए।
धमाका कैसे हुआ?
- जानकारी के मुताबिक, जिस घर में धमाका हुआ वहां पटाखा बनाने का काम किया जाता था।
- बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री घर में जमा थी।
- अचानक आग लगने से जोरदार विस्फोट हुआ और पूरा मकान मलबे में तब्दील हो गया।
सबकुछ चंद पलों में तबाह
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट के बाद घर की दीवार और छत का कोई हिस्सा सही-सलामत नहीं बचा। आसपास का पूरा इलाका मलबे से ढक गया।
- घर के मालिक वीरेंद्र पासवान के पास विस्फोटक रखने का लाइसेंस था और वह पटाखा बनाने का काम करता था।
- धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि मकान पूरी तरह से जमींदोज हो गया।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
धमाके की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और तुरंत रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
- मलबा हटाकर शव और घायलों को बाहर निकाला गया।
- पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और विस्फोटक सामग्री की मात्रा को लेकर जांच पड़ताल चल रही है।
स्थानीय लोगों में दहशत
धमाके से आसपास के ग्रामीण दहशत में हैं। लोग कह रहे हैं कि यदि धमाका दिन में हुआ होता तो जनहानि और अधिक हो सकती थी।
फतेहपुर ब्लास्ट ने प्रशासन और स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है। यह हादसा पटाखा निर्माण में लापरवाही और विस्फोटक के असुरक्षित भंडारण के खतरों को एक बार फिर सामने लाता है।





