BY: Yoganand Shrivastva
इटावा: दांदरपुर गांव में जाति छिपाकर कथावाचन करने को लेकर उपजे विवाद की जांच में जुटी पुलिस को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। जांच के लिए जब पुलिस टीम कथावाचकों मुकुटमणि यादव और संत सिंह के घर पहुंची, तो दोनों वहां से लापता मिले। उनके मोबाइल फोन भी बंद हैं, जिससे पुलिस की कार्रवाई फिलहाल धीमी हो गई है।
घर पर नहीं मिले कथावाचक, एक मकान पर लटका ताला
रविवार को झांसी पुलिस के विवेचक जब औरैया जिले के अछल्दा कस्बे में स्थित कथावाचक मुकुटमणि यादव के किराये के मकान पर पहुंचे, तो घर पर ताला लटका मिला। पड़ोसियों और मकान मालिक ने बताया कि घटना के बाद से मुकुटमणि वहां नहीं दिखे हैं।
दूसरी ओर, जब विवेचक संत सिंह के घर पहुंचे, तो वहां उनकी पत्नी और बच्चे तो मौजूद थे, लेकिन संत सिंह घर पर नहीं थे। परिवार के किसी सदस्य के पास भी उनकी वर्तमान लोकेशन की जानकारी नहीं थी। पुलिस अधिकारियों ने परिजनों से निवेदन किया कि वे संत सिंह तक संदेश पहुंचाएं कि वे जांच टीम से संपर्क करें।
क्या है पूरा मामला?
यह विवाद 21 जून को दांदरपुर गांव में एक धार्मिक कथा कार्यक्रम के दौरान शुरू हुआ, जब कथावाचकों की जाति उजागर होने के बाद कुछ ग्रामीणों ने उनके साथ मारपीट की। आरोप है कि इस घटना में मुकुटमणि यादव की चोटी काट दी गई, जबकि संत सिंह का सिर मुंडवा दिया गया।
23 जून को इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद संत सिंह ने दो नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। वहीं, 24 जून को कथा की आयोजक महिला ने कथावाचकों पर जाति छिपाकर धार्मिक भावनाएं ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए अलग मामला दर्ज करवाया।
इन दोनों मामलों की जांच झांसी पुलिस को सौंपी गई है। जांच अधिकारी जेपी पाल ने पहले दांदरपुर गांव पहुंचकर आयोजकों और गांव के करीब 10 लोगों से पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किए।
जांच अधिकारी की प्रतिक्रिया
विवेचक अधिकारी जेपी पाल ने जानकारी दी कि दोनों कथावाचक अभी तक अपने घरों पर नहीं मिले हैं और उनके फोन भी स्विच ऑफ हैं। उन्होंने बताया कि अगला कदम उनके मूल निवास स्थानों पर जाकर संपर्क साधने का है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और सभी पक्षों से बयान दर्ज कर पूरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
जाति और धार्मिक आस्था के मुद्दों से जुड़ा यह मामला अब कानूनी और सामाजिक दोनों ही मोर्चों पर गहराता नजर आ रहा है। कथावाचकों के लापता होने से जांच में बाधा आ रही है, लेकिन पुलिस का कहना है कि जांच हर पहलू से की जाएगी।