रिपोर्टर: आगस्टीन हेम्बरम
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दुर्घटना का विवरण
श्रावणी मेला के दौरान लगातार हो रही बारिश और तेज हवाओं के कारण मंगलवार सुबह बासुकिनाथ के रिंग रोड स्थित कांवरिया रूट लाइन में लगभग 500 फुट लंबा पंडाल धराशायी हो गया।
पंडाल धूप और बारिश दोनों से सुरक्षा हेतु लगाया गया था, लेकिन यह भारी मौसम का भार नहीं सह पाया– जिससे आफत बरपा गई ।
घायल कांवरिया और उपचार
इस हादसे में सात कांवरिए घायल हुए, जिनमें से दो की हालत गंभीर थी:
कांवरिया | चोट का विवरण | उपचार विवरण |
---|---|---|
मलखूब बम (सहरसा, बिहार) | पैर में गंभीर चोट, चलने में असमर्थ | दुमका सीएचसी – प्राथमिक उपचार |
रेणु देवी (नालंदा, बिहार) | सिर में चोट, सिटी‑स्कैन की सलाह | फुलोझानो मेडिकल कॉलेज रेफर |
अन्य 5 कांवरिए | सिर, पैर व कमर में हल्की चोटें | सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जरमुंडी में उपचार |
घटना के तुरंत बाद डीआइजी अंबर लकड़ा, डीसी अभिजीत सिन्हा, एसपी पीताम्बर खेरवार एवं अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान में सक्रिय रूप से भाग लिया।
बचाव कार्य और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
- घायल कांवरियों को टिरपाल व बांस के पट्टों के बीच से निकालकर
ऐंबुलेंस के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जरमुंडी पहुंचाया गया। - प्राथमिक उपचार के बाद दो गंभीर मरीजों को फुलोझानो मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
- घटना की सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासन मौके पर पहुंचकर राहत प्रयासों का संचालन करते हुए सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।
पंडाल गिरने की वजहें और सुरक्षा पहल
- लगातार बारिश और तेज हवा के कारण पंडाल का ढांचा अस्थिर हो गया।
- प्रशासन ने पहले ही चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि बारिश वाले दिनों में पंडाल की फिटिंग और निरीक्षण अविलंब आवश्यक है।
इस वर्ष श्रावणी मेले की तैयारियाँ अंतिम चरण में थी, जिसमें शेड और पंडाल निर्माण कार्य शामिल।