Dubai: यूएई: दुबई में आयोजित विश्वस्तरीय मुक्केबाज़ी कार्यक्रमों और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि यह शहर वैश्विक खेलों का उभरता हुआ केंद्र है। दुनिया के विभिन्न कोनों से आए मुक्केबाज़ों, अधिकारियों और खेल विशेषज्ञों की शानदार उपस्थिति ने इस आयोजन को अत्यंत प्रतिष्ठित रूप प्रदान किया। अंतरराष्ट्रीय खेल समुदाय ने दुबई को खेल उत्कृष्टता का प्रतीक बताया, जहाँ विश्व स्तरीय आयोजन लगातार नई मिसालें कायम कर रहे हैं।
इसी क्रम में मशहूर होटल जुमेरा बीच स्थित सैफिना बालरूम में आयोजित एक भव्य और अत्यंत महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग सम्मेलन ने वैश्विक खेल जगत का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। इस सम्मेलन में 108 देशों के लगभग 300 प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों, खेल हस्तियों, फेडरेशन अधिकारियों और निर्णयकर्ताओं ने भाग लिया। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य विश्व बॉक्सिंग संरचना को सुदृढ़ बनाना, अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाना, खेल कूटनीति को मजबूत करना और भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए सामूहिक रणनीति तैयार करना था।

Dubai: वैश्विक बॉक्सिंग सम्मेलन में डॉ. राकेश मिश्र, राकेश ठाकरान और डॉ. विपिन कुमार की दमदार भागीदारी
इस उच्चस्तरीय वैश्विक मंच पर भारत ने भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई, जहाँ इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन (IABF) के शीर्ष नेतृत्व ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। भारत की ओर से उपस्थित डॉ. राकेश मिश्र, राष्ट्रीय अध्यक्ष, IABF, राकेश ठाकरान, महासचिव, IABF, डॉ. विपिन कुमार (CEO), IABF .
इन तीनों वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत विश्व बॉक्सिंग में अपनी स्थिति को तेजी से मजबूत कर रहा है और आने वाले वर्षों में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
सम्मेलन से इतर भी भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न देशों के अधिकारियों से मुलाकात की, संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों, द्विपक्षीय बॉक्सिंग प्रतियोगिताओं, कोचिंग विकास, टेक्निकल ऑफिशियल्स प्रशिक्षण और एथलीट एक्सचेंज कार्यक्रमों को लेकर कई महत्वपूर्ण संभावनाओं पर चर्चा की।

डॉ. राकेश मिश्र ने कहा कि “भारत विश्व बॉक्सिंग में तेजी से एक प्रभावशाली शक्ति के रूप में उभर रहा है। IABF का लक्ष्य है कि देशभर में आधुनिक प्रशिक्षण ढांचे, उच्चस्तरीय सुविधाएं और खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय अवसरों का विस्तार किया जाए। हमारी प्राथमिकता है कि भारतीय मुक्केबाज़ दुनिया के मंच पर और अधिक पदक जीतें और देश का नाम रोशन करें।”
राकेश ठाकरान, महासचिव, ने भी कहा कि “IABF पूरी प्रतिबद्धता के साथ नेशनल से लेकर इंटरनेशनल लेवल तक बॉक्सिंग के विकास के लिए काम कर रहा है। हमारा उद्देश्य भारत को विश्व बॉक्सिंग में शीर्ष देशों की श्रेणी में लाना है।
“टेक्निकल और प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करना हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है। भारत में बॉक्सिंग के लिए एक सुदृढ़ सिस्टम तैयार किया जा रहा है, जो खिलाड़ियों की प्रतिभा को नई ऊँचाइयों तक लेकर जाएगा।”
दुबई में आयोजित यह सम्मेलन भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हुआ, क्योंकि न केवल भारत ने अपना दृष्टिकोण वैश्विक मंच पर साझा किया, बल्कि कई देशों से सहयोग के नए रास्ते भी खुले। IABF की सक्रिय भागीदारी ने यह दर्शा दिया कि भारत आने वाले वर्षों में न केवल एथलेटिक्स बल्कि बॉक्सिंग में भी विश्व स्तर पर अपनी मजबूत छाप छोड़ने के लिए तैयार है।




