by: vijay nandan
भोपाल: दिवाली जिसे दीपावली भी कहा जाता है, भारत का प्रमुख और सबसे रोचक त्योहार है। यह पर्व अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक माना जाता है। भारत में इसे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह पर्व सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है? दुनिया के कई देशों में भी यह त्यौहार बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। आइए जानते हैं उन देशों के बारे में जहाँ दिवाली का उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

भारत
भारत में दिवाली का महत्व सबसे अधिक है। यहाँ यह पर्व पांच दिनों तक मनाया जाता है। हर दिन का अपना अलग महत्व है। पहले दिन धनतेरस मनाया जाता है, दूसरे दिन नरक चतुर्दशी या छोटा दिवाली, तीसरे दिन मुख्य दिवाली, चौथे दिन गोवर्धन पूजा और पांचवें दिन भाई दूज। घरों को रंगोली, दीपक और फूलों से सजाया जाता है, पूजा-अर्चना की जाती है और मिठाईयों का आदान-प्रदान होता है।
नेपाल
नेपाल में दिवाली को तीज पर्व और तिहार के नाम से मनाया जाता है। इसे पांच दिन मनाया जाता है और हर दिन का अपना अलग महत्व है। यहाँ भी लोग अपने घरों को दीपकों से सजाते हैं। विशेष रूप से गायों, कुत्तों और जंगली पक्षियों की पूजा की जाती है। नेपाल में दिवाली को परिवार और समुदाय के मेलजोल का पर्व माना जाता है।

श्रीलंका
श्रीलंका में दिवाली का पर्व विशेष रूप से तमिल समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है। यह त्यौहार यहाँ बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। लोग अपने घरों को सजाते हैं, मिठाइयाँ बाँटते हैं और पटाखों के माध्यम से खुशियाँ मनाते हैं। श्रीलंका में दिवाली मुख्य रूप से भारतीय संस्कृति के प्रभाव में मनाया जाता है।

पाकिस्तान
पाकिस्तान में दिवाली का त्यौहार मुख्य रूप से वहां रहने वाले हिंदू समुदाय द्वारा मनाया जाता है। हालांकि, पाकिस्तान एक मुस्लिम बहुल देश है, फिर भी हिन्दू अल्पसंख्यक अपने धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सवों को बड़े धूमधाम से मनाते हैं। दिवाली के दिन पाकिस्तान के शहरों जैसे कराची, लाहौर, इस्लामाबाद और सिंध प्रांत के अन्य क्षेत्रों में मंदिरों और घरों में दीपक जलाए जाते हैं। विशेष रूप से कराची और पंजाब के क्षेत्रों में कई हिंदू समुदायों द्वारा सार्वजनिक आयोजनों और मेले भी आयोजित किए जाते हैं। हाल के वर्षों में पाकिस्तान में दिवाली पर सुरक्षा और उत्सव की व्यवस्थाओं को लेकर सरकार और स्थानीय प्रशासन भी सहयोग कर रहे हैं, ताकि यह पर्व सुरक्षित और शांतिपूर्ण रूप से मनाया जा सके।

मलेशिया
मलेशिया में दिवाली को दीपावली के नाम से मनाया जाता है। यहाँ की सरकार और स्थानीय प्रशासन इस पर्व को राष्ट्रीय महत्व देता है। हिन्दू समुदाय मंदिरों में पूजा-अर्चना करता है और अपने घरों को दीपकों और रंगोली से सजाता है। मलेशिया में दिवाली के मौके पर विशेष बाजार, सांस्कृतिक कार्यक्रम और आतिशबाजी का आयोजन होता है।
सिंगापुर
सिंगापुर में दिवाली को दीवाली लाइट फेस्टिवल के रूप में बड़े उत्साह से मनाया जाता है। यहाँ के लिटिल इंडिया क्षेत्र को खास तौर पर दीपकों और लाइट्स से सजाया जाता है। इस अवसर पर मंदिरों में पूजा होती है, बाजारों में उत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। सिंगापुर की जनता इस दिन भारतीय संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखती है।

इंग्लैंड
इंग्लैंड में दिवाली भारतीय और हिन्दू प्रवासियों के द्वारा बड़े उत्साह से मनाया जाता है। लंदन, मैनचेस्टर और लिवरपूल जैसे शहरों में दीवाली मेलों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। यहाँ की स्थानीय सरकार भी इस पर्व को मान्यता देती है और कई सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करती है।
संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
अमेरिका में दिवाली खासतौर पर भारतीय, नेपाल और श्रीलंकाई समुदायों के बीच मनाया जाता है। न्यूयॉर्क, कैलिफ़ोर्निया और शिकागो में बड़े उत्सव आयोजित होते हैं। यहाँ पर मंदिरों में पूजा होती है, घरों को दीपकों और लाइट्स से सजाया जाता है और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भारतीय परंपराओं को जन-जन तक पहुँचाया जाता है।
कनाडा
कनाडा में भी दिवाली भारतीय समुदाय के लिए बड़ा उत्सव है। टोरंटो और वैंकूवर जैसे शहरों में दीपावली मेलों का आयोजन होता है। लोग अपने घरों और मंदिरों को सजाते हैं और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। यहाँ पर स्थानीय लोग भी इस त्योहार में भाग लेकर भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूक होते हैं।

ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया में दिवाली को भारतीय और फिजी हिन्दू समुदाय के बीच बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। सिडनी, मेलबर्न और ब्रिसबेन में दीपावली के अवसर पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लोग मंदिरों में पूजा करते हैं और घरों को दीपकों से सजाते हैं। यह पर्व यहाँ पर भारतीय संस्कृति का प्रतीक बन चुका है।
फिजी और दक्षिण अफ्रीका
फिजी और दक्षिण अफ्रीका में भी दिवाली भारतीय प्रवासियों के बीच मनाया जाता है। फिजी में यह पर्व स्वदेशी भावनाओं और परंपराओं का प्रतीक है। लोग दीपक जलाते हैं, मिठाई बाँटते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। दक्षिण अफ्रीका में भी दिवाली भारतीय और हिन्दू समुदाय के लिए महत्वपूर्ण त्योहार है।
दिवाली केवल भारत का पर्व नहीं है, बल्कि यह विश्वभर में भारतीय संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक बन चुका है। नेपाल, श्रीलंका, मलेशिया, सिंगापुर, इंग्लैंड, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, फिजी और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में यह पर्व बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने घरों और मंदिरों को दीपकों से सजाते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं, मिठाइयाँ बाँटते हैं और आपसी भाईचारे और प्रेम का संदेश फैलाते हैं। दिवाली का यह वैश्विक उत्सव हमें यह सिखाता है कि अंधकार पर प्रकाश की विजय, बुराई पर अच्छाई और नकारात्मकता पर सकारात्मकता का संदेश दुनिया के हर कोने में फैलाया जा सकता है।