रिपोर्ट: मुकुल शुक्ला
देवरी: खाद की किल्लत को लेकर देवरी उपज मंडी में किसानों और प्रशासन के बीच हंगामा देखने को मिला। जब तहसीलदार टोकन वितरण कर रही थी तभी कुछ मनचले किसान तहसीलदार प्रीति रानी चैरसिया के करीब अपना हाथ बढ़ा रहे थे, जिसके चलते तहसीलदार ने तुरंत मचलने का हाथ झटक दिया। जिसके बाद किसानों ने तहसीलदार पर आरोप लगाया कि तहसीलदार ने किसानों के साथ हाथापाई की है। लेकिन वीडियों से साफ तौर पर देखा जा सकता है कि तहसीलदार ने सिर्फ हाथ झटका है।
किसानों का कहना है कि सुपर अतिरिक्त बारिश के कारण रवि फसल की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन खाद की कमी ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया। सोमवार को सुबह 3 बजे से ही किसान टोकन के लिए मंडी परिसर में लाइन में खड़े थे। प्रशासनिक व्यवस्था के बीच एसडीएम मुन्नवर खान और अन्य अधिकारियों ने टोकन वितरण की कोशिश की, लेकिन किसानों और अधिकारियों के बीच बड़ी देर तक खींचतान चलती रही।
किसानों और नेताओं का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी किसानों के बीच फूट डालने की रणनीति अपना रहे हैं और किसानों को लाइन में लगवाने के लिए दबाव बना रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष संजय ब्रजपुरिया ने कहा कि अधिकारी अंग्रेजों जैसी नीति अपनाकर किसानों में असहमति पैदा कर रहे हैं।
किसानों की शिकायतें:
- सुबह 3 बजे से लाइन में लगे किसानों को टोकन नहीं मिले।
- तहसीलदार द्वारा मारपीट का आरोप।
- भीड़ को नियंत्रित करने के बजाय प्रशासन का पक्षपाती रवैया।
- टोकन वितरण में अनियमितता और बेरिकेड के चलते किसानों को रोका गया।
वहीं, एसडीएम मुन्नवर खान का कहना है कि तहसीलदार द्वारा मारपीट का आरोप गलत है। उनका दावा है कि भीड़ अनियंत्रित थी और लोगों को समझाकर टोकन वितरण कराया गया। उन्होंने बताया कि नगर के अन्य विक्रेताओं और लाइसेंसधारियों के पास भी यूरिया उपलब्ध है और उन्हें वितरण के लिए निर्देशित किया गया है। किसानों ने नाराजगी जताते हुए चक्का जाम किया और बाद में मंडी परिसर में पहुंचकर टोकन वितरण में शामिल हुए। बुजुर्ग और महिला किसान भी सुबह से लाइन में खड़े रहे, लेकिन उन्हें पर्याप्त खाद नहीं मिला।
स्थानीय प्रतिक्रिया:
- पनारी की बुजुर्ग महिला सदा रानी ने कहा कि सुबह से लाइन में लगी थी, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिला।
- महिला सपना सेन ने बताया कि वह सुबह 4 बजे से लाइन में थी, लेकिन टोकन नहीं मिले और तहसीलदार मंडी से चली गई।