BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली से एक चौंकाने वाली और दुखद खबर सामने आई है। दिल्ली पुलिस में तैनात एक महिला सब-इंस्पेक्टर ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 29 वर्षीय यह महिला रोहिणी सेक्टर-11 में रहती थी और अमन विहार थाने में तैनात थी। मृतका की पहचान सविता पुत्री प्रताप सिंह के रूप में हुई है, जो मूल रूप से गांव छारा, जिला झज्जर (हरियाणा) की रहने वाली थीं।
घर में फांसी लगाकर दी जान
घटना 25 जुलाई की है, जब सविता ने अपने घर की तीसरी मंजिल पर पंखे से फांसी लगाकर जान दे दी। जब दरवाजा नहीं खुला तो परिवार वालों को शक हुआ। उनके भाई ने किसी तरह खिड़की की जाली तोड़ी, गेट खोला और सविता का शव पंखे से उतारा। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
सविता 2021 बैच की सब-इंस्पेक्टर थीं और फिलहाल अमन विहार थाने में कार्यरत थीं। मामले की जांच जारी है, और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
राजधानी में बढ़ते आत्महत्या के मामले
दिल्ली में आत्महत्या के मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसी दिन उत्तर-पश्चिम दिल्ली के पूठ खुर्द इलाके में भी एक 17 वर्षीय गर्भवती किशोरी ने आत्महत्या कर ली। बताया गया कि युवती ने तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर जान दी। उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
UPSC अभ्यर्थी की भी हुई थी खुदकुशी
इससे कुछ दिन पहले, दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर में यूपीएससी की तैयारी कर रहे एक छात्र तरुण ठाकुर (25 वर्ष) ने भी आत्महत्या कर ली थी। तरुण जम्मू का रहने वाला था और उसका शव पंखे से लटका मिला था। छात्र लंबे समय से मानसिक दबाव में बताया जा रहा था।
बढ़ती मानसिक चुनौतियां, ज़रूरत है संवाद की
दिल्ली में लगातार आत्महत्या की खबरें चिंताजनक हैं — चाहे वो पुलिसकर्मी हों, छात्र हों या नाबालिग किशोरी। ये घटनाएं इस ओर इशारा करती हैं कि मानसिक स्वास्थ्य, अकेलापन और सामाजिक दबाव जैसे मुद्दों पर अब खुलकर बात करने और समय पर सहायता लेने की ज़रूरत है।