BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर | इंदौर के बहुचर्चित लव जिहाद मामले में फंडिंग का मुख्य आरोपी और स्थानीय पार्षद अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। बाणगंगा पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए शहर सहित अन्य राज्यों में भी छापेमारी की, लेकिन अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिल सका।
सोशल मीडिया पर दोस्ती, फिर प्रेमजाल में फंसाकर धर्मांतरण का प्लान
पुलिस जांच में सामने आया है कि पकड़े गए आरोपी साहिल और अफजल को अनवर कादरी ने आर्थिक लालच देकर हिंदू लड़कियों को फंसाने का काम सौंपा था।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, साहिल के पिता की अनवर से गहरी जान-पहचान थी। इसी कारण साहिल की भी अनवर से नजदीकी हो गई थी। अनवर ने साहिल को बहकाते हुए कहा कि यदि वह हिंदू लड़कियों से सोशल मीडिया पर दोस्ती कर उन्हें प्रेमजाल में फंसाएगा, तो उसे इसके बदले मोटी रकम दी जाएगी। साहिल ने अफजल को भी इसमें शामिल कर लिया।
नकद फंडिंग से चल रहा था पूरा नेटवर्क
आरोप है कि अनवर ने सिर्फ सलाह नहीं दी, बल्कि नकद रुपए भी उपलब्ध कराए, जिससे लड़कों को लड़कियों को रिझाने और अपने संपर्क में लाने में आसानी हो। पुलिस को संदेह है कि यह नेटवर्क सोची-समझी साजिश का हिस्सा था, जिसमें और भी युवक शामिल हो सकते हैं।
अजमेर और मुंबई में छिपने की आशंका
फरार चल रहे अनवर की लोकेशन को ट्रैक करने की कोशिशें जारी हैं। पुलिस को इनपुट मिले हैं कि अनवर अजमेर और मुंबई स्थित अपने रिश्तेदारों के घर में छिपा हो सकता है। दोनों जगहों पर टीमें भेजी गई हैं।
परिवार भी आपराधिक रिकॉर्ड वाला, गैंग संचालन की भी जांच
अनवर कादरी ही नहीं, उसके भाई अज्जू डकैत और फिरोज पर भी गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। अज्जू हत्या और लूट के केस में जेल की सजा काट चुका है और आज़ाद नगर क्षेत्र में एक सक्रिय गैंग का संचालन करता है। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि अनवर के इस नेटवर्क में परिवार के अलावा कौन-कौन लोग शामिल हैं।