रिपोर्ट : चन्द्रकान्त पारगीर
कोरिया जिले के अंतर्गत आने वाले चरचा कोल माइंस में कोयला परिवहन को लेकर गंभीर लापरवाही सामने आई है। यहां नियमों को ताक पर रखकर ट्रकों में कोयला लोडिंग और परिवहन किया जा रहा है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
सड़क पर ही बांधा जा रहा त्रिपाल
जानकारी के अनुसार, चरचा कोल माइंस से निकलने वाले ट्रक कोयला साइडिंग गेट से बाहर आते ही बीच सड़क पर रुककर त्रिपाल बांधते नजर आए। इस दौरान सड़क पर चलने वाले आम नागरिकों और वाहनों के लिए खतरा उत्पन्न हो जाता है। ट्रक से कोयले के गिरने की संभावना बनी रहती है, जिससे किसी भी पल दुर्घटना हो सकती है।
नियमों का उल्लंघन
नियमानुसार, कोयला परिवहन कर रही ट्रकों में त्रिपाल साइडिंग गेट के अंदर ही बांधा जाना चाहिए। पूरी तरह से सुरक्षित और बंद स्थिति में ही ट्रक को बाहर निकलने की अनुमति दी जाती है। लेकिन मौके पर जो स्थिति दिखी, वह स्पष्ट रूप से नियमों के उल्लंघन का प्रमाण है।
चालक और गार्ड ने मानी लापरवाही
जब इस संबंध में ट्रक चालक और SECL गार्ड से सवाल किया गया तो उन्होंने इस लापरवाही को स्वीकार भी किया। यह स्वीकारोक्ति इस बात की ओर इशारा करती है कि नियमों की अनदेखी जानबूझकर की जा रही है और अधिकारियों की निगरानी भी नदारद है।
ग्रामीणों और नागरिकों में रोष
इस तरह की घटनाओं ने स्थानीय लोगों और राहगीरों में रोष पैदा कर दिया है। लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही इस पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो कभी भी बड़ी और अप्रिय दुर्घटना घट सकती है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन और कोल माइंस प्रबंधन इस लापरवाही पर क्या कदम उठाते हैं।