MP News: जानिए, प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की स्थापना का सफर, 2028 तक 52
by: vijay nandan
MP News: मध्यप्रदेश में मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में पिछले दो दशकों के दौरान अभूतपूर्व विस्तार देखने को मिला है। 23 दिसंबर 2025 धार मेंं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कटनी, धार, पन्ना और बैतूल में PPP मॉडल पर अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं वाले मेडिकल कॉलेज निर्माण का भूमिपूजन करेंगे. कार्यक्रम में केंद्रीय लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा (Union Health Minister JP Nadda) समेत अन्य केन्द्रीय व राज्य मंत्री भी शामिल होने की संभावना है। जहां वर्ष 2003 तक राज्य में केवल 6 मेडिकल कॉलेज थे, वहीं वर्ष 2025 तक यह संख्या बढ़कर 33 हो चुकी है। सरकार की दीर्घकालिक रणनीति के तहत वर्ष 2028 तक प्रदेश में कुल 52 मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है।
आंकड़ों के अनुसार 1946 से 2003 के बीच प्रदेश में 5 शासकीय और 1 निजी मेडिकल कॉलेज ही संचालित थे। वर्ष 2003 के बाद मेडिकल शिक्षा को नई दिशा मिली और 2003 से 2023 के बीच 21 मेडिकल कॉलेज अस्तित्व में आए। इसके बाद 2024–25 में 6 नए कॉलेज जुड़े, जिससे कुल संख्या 33 हो गई। आगामी 2026–28 की योजना के तहत 19 नए मेडिकल कॉलेज प्रस्तावित हैं।
विजन 2047 की दिशा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश विकास की नई ऊँचाइयों की ओर—मेट्रोपोलिटन सिटी, नए मेडिकल कॉलेज और औद्योगिक निवेश से सशक्त होता प्रदेश।#JansamparkMP #ViksitMadhyaPradesh #Vision2047 #UrbanDevelopmen @CMMadhyaPradesh @JansamparkMP pic.twitter.com/fCF41mobGx
— JD Jansampark Indore (@jdjsindore) December 20, 2025
MP News: MBBS सीटों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
मेडिकल कॉलेजों के साथ-साथ MBBS सीटों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है। वर्ष 2003 में जहां MBBS की कुल सीटें करीब 1250 थीं, वहीं 2023 तक यह संख्या बढ़कर 4875 हो गई। 2025 तक यह आंकड़ा 5550 तक पहुंच चुका है। सरकार की योजना के अनुसार 2028 तक कुल MBBS सीटें 7450 हो जाएंगी, जिससे प्रदेश में डॉक्टरों की कमी दूर करने में बड़ी मदद मिलेगी।
MP News: PG और सुपर स्पेशियलिटी शिक्षा पर फोकस
केवल MBBS ही नहीं, बल्कि PG (MD/MS) और सुपर स्पेशियलिटी सीटों में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्तमान में प्रदेश में कुल 2862 PG सीटें उपलब्ध हैं। वहीं सुपर स्पेशियलिटी सीटों की संख्या बढ़कर 93 हो चुकी है, जो यह संकेत देती है कि मध्यप्रदेश अब उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
MP News: हर जिले तक मेडिकल शिक्षा की पहुंच
2018–19 के बाद विदिशा, दतिया, शहडोल, खंडवा, शिवपुरी, छिंदवाड़ा जैसे जिलों में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से मेडिकल शिक्षा जिला स्तर तक पहुंची है। वर्ष 2023 के बाद डॉ. मोहन यादव सरकार के नेतृत्व में सिवनी, नीमच, मंदसौर, श्योपुर और सिंगरौली जैसे जिलों में नए मेडिकल कॉलेज शुरू हुए हैं। अब लगभग हर लोकसभा क्षेत्र मेडिकल कॉलेज से जुड़ने की दहलीज पर है।
PPP मॉडल से तेज हुआ विस्तार
सरकार ने पब्लिक–प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल को भी अपनाया है। इस मॉडल के तहत कटनी, धार, पन्ना और बैतूल में मेडिकल कॉलेजों के लिए एमओयू किए गए हैं। इसके अलावा अशोकनगर, मुरैना, सीधी, गुना, बालाघाट, भिंड, टीकमगढ़, खरगोन और शाजापुर सहित 9 जिलों में निविदा प्रक्रिया जारी है।
MP News: स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगी मजबूती
विशेषज्ञों का मानना है कि मेडिकल कॉलेजों और सीटों में हो रही यह वृद्धि न केवल मेडिकल शिक्षा को मजबूती देगी, बल्कि प्रदेश में डॉक्टर–जनसंख्या अनुपात को भी बेहतर बनाएगी। यह प्रगति दीर्घकालिक नीति, चरणबद्ध विस्तार और मानव संसाधन निर्माण का परिणाम मानी जा रही है।









