चीन यारलुंग त्यांगपो नदी पर महाशक्तिशाली बांध बनाने जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस बांध से थ्री जॉर्ज बांध से 3 गुना बिजली पैदा होगी। यह जानकारी चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने दी। चीन सरकार के मुताबिक यह परियोजना बीजिंग के लिए इंजीनियरिंग की बहुत बड़ी चुनौती बनने जा रहा है। बताया जा रहा है कि चीन सरकार इस बांध को बनाने के लिए 137 अरब डॉलर खर्च करने जा रही है। वहीं विशेषज्ञों की माने तो चीनी बांध धती पर चल रहे सिंगल इन्फ्रास्ट्रक्चर के किसी भी प्रोजेक्ट को बहुत पीछे कर देगा। बता दे कि चीन जिसे यारलुंग त्यांगपो नदी कहता है, उसे भारत में ब्रह्मपुत्र नदी कहा जाता है।
धरती की स्पीड को प्रभावित कर रहा चीन का बांध
थ्री जॉर्ज बांध में 40 अरब क्यूबिक मीटर पानी है और यह धरती की घूमने की रफ्तार को भी प्रभावित कर रहा है। इसकी वजह से धरती की घूमने की गति में हर दिन 0.06 माइक्रोसेकंड बढ़ रहा है। इससे दुनियाभर के वैज्ञानिक काफी चिंतित हैं। इस बांध को सबसे पहले साल 1919 में चीन के पहले राष्ट्रपति सुन यात सेन ने बनाने का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने कहा था कि इससे जहां बाढ़ में कमी आएगीए वहीं दुनिया के सामने यह चीन के ताकत का प्रतीक बनेगा। चीन अब तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर नया विशालकाय बांध बनाने जा रहा है। चीन का इरादा है कि इस बेहद जटिल इंजीनियरिंग प्राजेक्ट को पूरा करने के लिए चार से लेकर छह तक 30 किमी लंबी सुरंग बनानी होगी।