रिपोर्ट- प्रताप सिंह बघेल
मुरैना: मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के जिला अस्पताल में नवजात शिशु की मौत के बाद बच्चा बदलने का सनसनीखेज आरोप सामने आया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमएचओ डॉ. पदमेश उपाध्याय ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर डीएनए जांच के आदेश दिए हैं।
घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के जिला अस्पताल की है। जानकारी के अनुसार, मुरैना गांव निवासी प्रमोद अपोरिया ने 19 जुलाई को अपनी पत्नी सिमरन को डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। परिजनों के अनुसार, प्रसव के बाद सिमरन ने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया था। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ थे, लेकिन डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने बच्चे को ICU में भर्ती कर दिया और परिजनों को मिलने नहीं दिया।

परिजनों का आरोप है कि सोमवार की शाम सिमरन ने बच्चे को दूध पिलाने के बाद स्टाफ को सौंप दिया था, लेकिन मंगलवार सुबह उन्हें मृत बच्चा थमा दिया गया। प्रमोद का कहना है कि उन्होंने प्रसव के तुरंत बाद बच्चे की फोटो खींची थी, और जो मृत बच्चा उन्हें दिया गया, उसकी शक्ल पहले खींची गई फोटो से मेल नहीं खा रही थी।
इसके बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया और कोतवाली थाने व सीएमएचओ कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई।
सीएमएचओ डॉ. पदमेश उपाध्याय ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी है और मामले की डीएनए जांच के निर्देश दिए हैं ताकि सच सामने आ सके।
मुख्य बिंदु:
मुरैना जिला अस्पताल में नवजात की मौत के बाद बच्चा बदलने का आरोप
परिजनों ने पहले ही बच्चे की फोटो खींच रखी थी, मृत बच्चे से मेल नहीं
परिजनों का अस्पताल में हंगामा, पुलिस व सीएमएचओ से की शिकायत
सीएमएचओ ने गठित की जांच समिति, डीएनए जांच के आदेश दिए