सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने गुजरात के कच्छ जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। कोरी क्रीक इलाके में की गई इस कार्रवाई के दौरान 15 पाकिस्तानी मछुआरे गिरफ्तार किए गए हैं। साथ ही, BSF ने एक इंजन लगी देशी नाव को भी जब्त किया है।
कैसे हुई कार्रवाई?
- यह कार्रवाई शनिवार को कोरी क्रीक के सामान्य क्षेत्र में की गई।
- विशेष सूचना के आधार पर एक संदिग्ध नाव की तलाशी ली गई।
- तलाशी अभियान में BSF को इंजन युक्त नाव और पाकिस्तानी मछुआरे मिले।
- पकड़े गए सभी मछुआरे पड़ोसी देश पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सुजावल जिले से बताए जा रहे हैं।
BSF की 68वीं बटालियन के जवानों ने इन मछुआरों को गिरफ्तार कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
नाव से क्या मिला?
BSF के अनुसार, जब्त की गई नाव से कई अहम सामान बरामद हुए:
- करीब 60 किलो मछलियां
- 9 मछली पकड़ने वाले जाल
- डीजल और लकड़ियां
- बर्फ और खाने-पीने का सामान
- एक मोबाइल फोन और 200 रुपये की पाकिस्तानी करेंसी
इन सामग्रियों से साफ है कि नाव लंबे समय से मछली पकड़ने और सीमा पार गतिविधियों के लिए इस्तेमाल की जा रही थी।
पहले भी हुईं गिरफ्तारियां
यह पहली बार नहीं है जब BSF ने सीमा पर संदिग्ध लोगों को पकड़ा हो। हाल ही में पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में एक बांग्लादेशी पुलिस अधिकारी को भी गिरफ्तार किया गया था, जो अवैध तरीके से भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था।
इस अभियान में BSF की 68वीं और 176वीं बटालियन के साथ वाटर विंग ने भी अहम भूमिका निभाई। तेज गति वाली गश्ती नौकाओं और स्थानीय टीमों ने क्रीक इलाके में गहन तलाशी अभियान चलाकर सुरक्षा सुनिश्चित की।
क्यों है यह कार्रवाई अहम?
भारत-पाक सीमा पर इस तरह की गिरफ्तारियां राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा बड़ा मुद्दा होती हैं।
- संदिग्ध नाव और मछुआरों की मौजूदगी सुरक्षा के लिए चुनौतीपूर्ण है।
- पाकिस्तानी नागरिकों की मौजूदगी से खुफिया एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं।
- यह कार्रवाई सीमा सुरक्षा बल की सक्रियता और त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता को दर्शाती है।
BSF की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारत की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं। पाकिस्तानी मछुआरों की गिरफ्तारी और नाव की जब्ती से सीमा पर किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रोकने में बड़ी सफलता मिली है।




