रिपोर्टर: उमेश डहरिया, कोरबा
घटनाक्रम:
- दुर्घटना स्थान: कोरबा, एसईसीएल (साउथ ईस्ट कोलफील्ड्स लिमिटेड) की कलिंगा (KCC) कंपनी, दीपका क्षेत्र
- प्रभावित कर्मचारी: गोपाल बिंझवार, असिस्टेंट सुपरवाइजर पद पर कार्यरत
- दिनांक/समय: कार्य के दौरान, उसने ‘27 नंबर कांटा’ से कोयला लोड कर 18–19 हापड़ क्षेत्र में खाली करने के लिए गाड़ी चलाई। उसी समय गाड़ी पीछे खिसकी और कोयले का एक टुकड़ा उसके आंख में घुस गया।
चोट और इलाज संबंधी विवरण:
- घटना के तुरंत बाद गोपाल बिंझवार को HRO (मानव संसाधन अधिकारी) सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की सूचना दी।
- कंपनी अधिकारियों ने कहा कि जब तक चोट पूरी तरह ठीक न हो जाए, तब तक कर्मचारी नौकरी से दूर घर आराम कर सकता है और वेतन भी नियमित मिलेगा।
- लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद न तो बेहतर इलाज हुआ, न वेतन जारी किया गया — इससे गोपाल की आर्थिक स्थिति गंभीर रूप से बिगड़ गई है, परिवार का भरण पोषण मुश्किल हो गया है।
कर्मचारी की आपत्ति:
- गोपाल ने स्पष्ट किया कि कंपनी के प्रबंधन और अधिकारियों की अनदेखी तनिक भी लड़कों से कम नहीं।
- उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उचित इलाज और वेतन जारी नहीं किए गए, तो वे परिवार सहित कंपनी के मुख्य गेट पर धरने पर बैठने के लिए विवश होंगे।
पृष्ठभूमि व प्रशासनिक भूमिका:
- एसईसीएल की कलिंगा कंपनी द्वारा भरपूर सुरक्षा प्रावधानों और चिकित्सा सुविधाओं का अभाव स्पष्ट होता दिख रहा है।
- लोक प्रशासन और श्रम विभाग से अपेक्षित है कि वे फौरी संज्ञान लेकर शिकायत की निष्पक्ष जांच करें, ताकि घायलों को उनके अधिकार और मुआवजा मिल सके।