खबर ओडिशा के राजगांगपुर स्थित डालमिया सीमेंट प्लांट से है जहां गुरुवार की शाम एक बड़ा हादसा हो गया। जानकारी के अनुसार संयंत्र की लाइन-2 में शाम करीब साढ़े सात बजे बॉयलर फटने से बड़ा हादसा हो गया। हादसे से प्लांट में मौजूद आधा दर्जन से अधिक मजदूर बुरी तरह झुलस गए हैं। हादसे में कई मज़दूरों के दबने की भी सूचना है। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक अचानक एक कॉल हॉपर नीचे मौजूद रेस्ट शेड पर गिर पड़ा था, जिससे शेड के भीतर मौजूद श्रमिक मलबे के नीचे दब गए थे। मामले की जानकारी मिलते ही राहत और बचाव कार्य शुरू हो गया था लेकिन 12 घंटे बाद भी दबे हुए तीन श्रमिकों को बाहर नहीं निकाला जा सका है।
राहत एवं बचाव कार्य जारी
हादसे के बाद से ही मौके पर 4 दमकल गाड़ियां, 3 क्रेन, 4 जेसीबी और 6 एम्बुलेंस तैनात हैं। घटनास्थल पर लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।
गेट के बाहर इंतजार करते रहे परिजन
वहीं, हादसे में दबे श्रमिकों के परिजन रात से ही लाइन 2 के गेट के बाहर किसी अच्छी खबर का इंतजार कर रहे हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए गेट के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
दबे हुए श्रमिकों की हुई पहचान
दबे हुए तीन श्रमिकों की पहचान मधुसूदन कॉलोनी के रंजीत भोल, आईटी कॉलोनी के दशरथी पात्रो और ओसियल ब्लॉक 8 निवासी सुशांत राउत के रूप में हुई है। मामले की जानकारी मिलते ही ओडिशा पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है।
सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
इस घटना ने डालमिया सीमेंट की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों में फैक्ट्री प्रबंधन के प्रति आक्रोश है और सुरक्षा मानकों की अनदेखी को लेकर चिंता जताई जा रही है।
रेस्क्यू टीम पूरी कोशिश कर रही है कि जल्द से जल्द दबे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। प्रशासन ने भी हालात पर नजर रखते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
बॉयलर फटने के कारणों का नहीं चला पता
बॉयलर के फटने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। संयंत्र में हादसे की सूचना स्वजन तक पहुंची, वे तुरंत लाइन-2 के गेट पर पहुंच गए और आक्रोशित होकर हंगामा शुरू कर दिया।
कंपनी प्रबंधन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं।





