गोड्डा, 23 जुलाई 2025 — भारत माता के सच्चे सपूत और स्वतंत्रता संग्राम के वीर सेनानी अमर शहीद चंद्रशेखर आज़ाद की जयंती आज राष्ट्रीय विभूति मंच, गोड्डा के तत्वाधान में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। यह कार्यक्रम पोस्ट ऑफिस चौक स्थित चंद्रशेखर आज़ाद स्मारक स्थल पर दोपहर 12 बजे आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, युवावर्ग और समाजसेवी शामिल हुए।
वीरता और बलिदान को किया गया नमन
कार्यक्रम के दौरान चंद्रशेखर आज़ाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर मंच के सक्रिय सदस्य राजेश झा ने आज़ाद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा—
“चंद्रशेखर आज़ाद ने कभी भी अपने जीवन में पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने कहा था कि दुश्मनों से कभी पीठ मोड़कर नहीं भागना चाहिए, बल्कि अंतिम सांस तक उनका सामना करना चाहिए।”
युवाओं को दिया प्रेरणा का संदेश
राजेश झा ने यह भी कहा कि चंद्रशेखर आज़ाद आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का प्रतीक हैं। उनका साहस, दृढ़ निश्चय और मातृभूमि के प्रति अटूट प्रेम आज भी हमारे दिलों में जीवित है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे आज़ाद के आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करें और राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।
राष्ट्रीय चेतना का संकल्प
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य चंद्रशेखर आज़ाद के बलिदान को याद कर देशभक्ति की भावना को मजबूत करना और नई पीढ़ी को उनके विचारों से जोड़ना था। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगान गाया गया और देश की अखंडता व एकता के लिए संकल्प लिया गया।
इस अवसर ने यह संदेश दिया कि देश की आज़ादी केवल इतिहास नहीं, बल्कि एक सतत प्रेरणा है, जिसे हमें आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना है।