BY: Yoganand Shrivastva
गुवाहाटी , असम में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को एक बड़ी राजनीतिक सफलता मिली है। राज्य से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कणाद पुरकायस्थ और असम गण परिषद (AGP) के बीरेंद्र प्रसाद बैश्य को राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है। यह जानकारी चुनाव प्रक्रिया से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को दी।
विपक्ष ने नहीं उतारा कोई प्रत्याशी
चुनाव अधिकारी ने बताया कि विपक्षी दलों की ओर से किसी भी उम्मीदवार ने नामांकन नहीं दाखिल किया। गुरुवार को नामांकन की आखिरी तारीख थी, लेकिन विपक्ष की ओर से मैदान में कोई नहीं उतरा। ऐसे में दोनों एनडीए उम्मीदवारों को निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया।
पुरकायस्थ पहली बार, बैश्य तीसरी बार राज्यसभा में
बीजेपी के कणाद पुरकायस्थ पहली बार राज्यसभा के सदस्य बने हैं। वे पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कबींद्र पुरकायस्थ के पुत्र हैं तथा सिलचर से आते हैं। फिलहाल वे भाजपा की राज्य इकाई में सचिव पद पर कार्यरत हैं।
वहीं, एजीपी के नेता बीरेंद्र प्रसाद बैश्य पहले भी दो बार राज्यसभा सांसद रह चुके हैं और लोकसभा में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। इस बार वे तीसरी बार राज्यसभा की सीट पर पहुंचे हैं।
असम से कितने राज्यसभा सांसद होते हैं?
राज्यसभा में असम को कुल 7 सीटें मिली हुई हैं। इनमें से 4 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है, जबकि उसकी सहयोगी पार्टियां AGP और UPPPL के पास एक-एक सीट है। बची हुई एक सीट पर एक निर्दलीय सांसद प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
इस बार जिन दो सीटों पर चुनाव होने थे, वे बीरेंद्र प्रसाद बैश्य और बीजेपी के रंजन दास का कार्यकाल पूरा होने के कारण खाली हुई थीं। चुनाव की तिथि 19 जून तय की गई थी, लेकिन निर्विरोध चयन के चलते अब वोटिंग की जरूरत नहीं रही।