भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता, पूर्व कैबिनेट मंत्री और सांसद रीता बहुगुणा जोशी मंगलवार को फिरोजाबाद एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय रखी।
महिलाओं के पहनावे पर टिप्पणी को बताया गलत
सांसद डिंपल यादव पर हाल ही में की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए रीता बहुगुणा जोशी ने कहा:
“मैं महिला आंदोलन से निकली हूं। किसी भी महिला के पहनावे पर टिप्पणी करना पूरी तरह गलत है। यह मानसिकता पुरुष प्रधान सोच की उपज है।”
उन्होंने कहा कि महिलाओं के सम्मान और उनके अधिकारों पर किसी भी तरह की टिप्पणी अस्वीकार्य है।
वोट बैंक की राजनीति पर विचार
समाजवादी पार्टी और मुस्लिम वोट बैंक के सवाल पर उन्होंने कहा कि हर पार्टी का अपना वोट बैंक होता है, लेकिन देश जब संकट में होता है, तब सभी धर्म और समुदाय के लोग एकजुट होकर खड़े होते हैं।
“हम सब पहले हिंदुस्तानी हैं।”
धर्म परिवर्तन पर कड़ा रुख
धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि:
“धोखे और लालच से कराया गया धर्म परिवर्तन पूरी तरह गलत है। हर किसी को अपने धर्म में रहने का अधिकार है।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वेच्छा से किया गया धर्म परिवर्तन अलग बात है, लेकिन जबरन या लालच देकर कराया जाना निंदनीय है।
NDA में एकजुटता पर भरोसा
बिहार NDA में मतभेद की खबरों को खारिज करते हुए रीता बहुगुणा जोशी ने कहा:
“एनडीए पूरी तरह से एकजुट है। चुनाव भी मिलकर लड़ेंगे और सरकार भी हमारी ही बनेगी।”
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बयान पर प्रतिक्रिया
हाल ही में चर्चित हुए कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बयान पर उन्होंने कड़ा ऐतराज जताया।
“संत कहलाने वालों को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती, यह अत्यंत निंदनीय है।”