BY: Yoganand Shrivastva
मोहन सरकार ने किसानों के लिए एक अहम योजना की घोषणा की है। अब सोलर पंप स्थापना पर किसानों को 90% तक समुख्यमंत्री मोहन यादव ने किसानों से की संवादात्मक बैठक, सोलर पंप पर 90% सब्सिडी की घोषणा
शनिवार सुबह मुख्यमंत्री निवास में आयोजित किसान सम्मेलन में प्रदेशभर से ढाई हजार से अधिक किसान शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों को सरकार की कृषि योजनाओं और किसान हितैषी पहलों के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान, कृष्ण और बलराम के वेशभूषा में आए बच्चों को देखकर सीएम ने पांच-पांच हजार रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने किसान के बेटे को मुख्यमंत्री बनाया, जबकि कांग्रेस ऐसा कभी नहीं कर सकी।
सोलर पंप पर सब्सिडी में बढ़ोतरी
सीएम यादव ने घोषणा की कि सोलर पंप योजना में अब किसानों को 90% सब्सिडी मिलेगी, जबकि पहले उन्हें 40% राशि देनी पड़ती थी। उदाहरण के लिए, 5 हार्स पावर वाले पंप पर किसान केवल 7,500 रुपए देंगे, जबकि सरकार प्रत्येक कनेक्शन पर 51,000 रुपए की सब्सिडी देगी। इससे किसान न केवल सिंचाई कर सकेंगे, बल्कि घर की बिजली की जरूरत भी सोलर पंप से पूरी कर पाएंगे।
पंप क्षमता में अपग्रेड का अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन किसानों के पास अभी 3 हार्स पावर का कनेक्शन है, वे केवल 10% राशि देकर इसे 5 हार्स पावर तक अपग्रेड कर सकते हैं। प्रदेश में वर्तमान में दो लाख अस्थायी और तीन लाख स्थायी सिंचाई पंप कनेक्शन हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश का सिंचाई रकबा अब 52 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है, और केन-बेतवा, पार्वती, कालीसिंध और चंबल नदी जोड़ो परियोजनाओं से यह और बढ़ेगा।
फूड प्रोसेसिंग और भावांतर से किसानों को लाभ
सीएम यादव ने बताया कि सरकार किसानों की उपज का पूरा मूल्य दिलाने के लिए फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स स्थापित कर रही है। टमाटर, प्याज और अन्य सब्जियों के नष्ट होने की समस्या को रोकने के लिए स्थायी समाधान तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा, सोयाबीन में भावांतर की राशि सरकार किसानों को देगी, और भाईदूज के अवसर पर किसानों को 250 रुपए अतिरिक्त दिए जाएंगे।
कांग्रेस पर तंज और भाजपा का पलटवार
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व सरकार ने सिंचाई क्षेत्र को सीमित रखा, जबकि भाजपा ने इसे कई गुना बढ़ाया। उन्होंने कहा, “कांग्रेसियों नालायक…” और फिर खुद को संभालते हुए जोड़ा, “भाषण में शब्द संभालकर बोलना जरूरी है।”
कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना और सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने भी किसानों को संबोधित किया। चौधरी ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि सोयाबीन की मांग करने वाले नेता कभी किसानों के वास्तविक हित में काम नहीं करते थे।





