ब्रेकिंग न्यूज़ – रायगढ़
छत्तीसगढ़ की सियासत एक बार फिर गरमाने लगी है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता भूपेश बघेल आज रायगढ़ पहुंचे, जहां उन्होंने अडानी ग्रुप की महाजेंको कोल माइंस द्वारा की जा रही पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी शुरू कर दी है।
भूपेश बघेल के साथ इस प्रदर्शन में कांग्रेस के 25 से अधिक विधायक और सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए हैं। सभी नेता और कार्यकर्ता 100 से ज्यादा गाड़ियों के काफिले के साथ रायगढ़ सर्किट हाउस पहुंचे, जहां से आगे तमनार ब्लॉक की ओर कूच किया गया।
तमनार के मुड़ागांव में करेंगे प्रभावितों से मुलाकात
यह विरोध प्रदर्शन खासतौर पर तमनार ब्लॉक के मुड़ागांव क्षेत्र के ग्रामीणों के समर्थन में किया जा रहा है, जहां कोयला खनन के चलते हजारों पेड़ों की कटाई और विस्थापन का खतरा मंडरा रहा है। भूपेश बघेल स्वयं मुड़ागांव जाकर प्रभावित ग्रामीणों से मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे।
प्रदर्शन से पहले कांग्रेस की रणनीति स्पष्ट
भूपेश बघेल ने रायगढ़ पहुंचने के बाद कहा कि यह सिर्फ पेड़ों की कटाई का मामला नहीं, बल्कि यहां के वन, जल, जमीन और जीवन के अस्तित्व का सवाल है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है और आदिवासी क्षेत्रों की उपेक्षा कर रही है।
अडानी कोल माइंस को लेकर तेज हुआ विरोध
तमनार इलाके में अडानी ग्रुप की कोल माइंस परियोजना लंबे समय से विवादों में रही है। स्थानीय ग्रामीण पेड़ों की कटाई, पर्यावरणीय असंतुलन और जबरन विस्थापन को लेकर लगातार आवाज उठा रहे हैं। अब कांग्रेस इस मुद्दे को व्यापक आंदोलन का रूप देने की दिशा में बढ़ रही है।
भविष्य की रणनीति पर नजर
बताया जा रहा है कि यह प्रदर्शन सिर्फ शुरुआत है। कांग्रेस आने वाले दिनों में पूरे प्रदेश में इस मुद्दे को लेकर बड़ा अभियान चला सकती है। भूपेश बघेल और उनकी टीम इस आंदोलन के जरिए आदिवासी और पर्यावरणीय मुद्दों को फिर से राज्य की राजनीति के केंद्र में लाना चाहती है।