45 होटल्स खोलने की डील पक्की, जमीन भी फाइनल हुई
भोपाल: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव प्रदेश को आर्थिक रफ्तार देने कोई कोर कसर नहीं रहे हैं। निवेश लाने पहले वे विदेश गए यानि ब्रिटेन और जर्मनी की यात्रा की और वहां के उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश आने का निमंत्रण दिया, उसके बाद जापान की भी यात्रा की..विदेश ही नहीं देश के निवेशकों को आर्कषित करने प्रदेश भर में रीजनन कॉन्क्लेव समिट किए और अब 24 और 25 फरवरी को भोपाल में ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट करने जा रहे हैं। कुल मिला कर मध्य प्रदेश में निवेश का चकाचक माहौल बन गया है. जिसका ही असर है कि ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट शुरू होने से पहले ही भोपाल के आसपास 45 होल्टस निर्माण के आवेदन आ गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव दिल्ली पहुंचे हैं यहां इन्वेस्ट एमपी जीआईएस-2025 के कर्टेन रेजर कार्यक्रम में विभिन्न देशों के एम्बेसेडर और डिप्लोमेट्स के साथ मीटिंग कर रहे हैं। देखिए हमारी खास रिपोर्ट.. मुख्यमंत्री के प्रयास विशेष, बंपर आएगा निवेश..
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भोपाल में 24 और 25 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 24 और 25 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट आयोजित होने जा रही है. इस मेगा इवेंट में मध्य प्रदेश की सरकार ने देश-विदेश के दिग्गज कारोबारियों को न्योता दिया है. GIS का कार्यक्रम मानव संग्रहालय में आयोजित होगा. पीएम नरेंद्र मोदी भी इस कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर आएंगे. इस आयोजन की भव्यता का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि खुद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट को सफल बनाने दिन रात जुटे हुए हैं. मुख्यमंत्री विभिन्न देशों के वाणिज्यिक दूतावासों के माध्यम से प्रदेश में व्यापार और उद्योग की गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विभिन्न देशों के राजदूतों के साथ विचार-विमर्श के लिए बैठक में शामिल हो रहे हैं।
हो भी क्यों नहीं, भोपाल में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2025 राज्य की मेहमाननवाजी, सांस्कृतिक विरासत और औद्योगिक क्षमता को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर जो है। यहां देश-विदेश से आने वाले मेहमानों के लिये भव्य स्वागत, उच्च स्तरीय ठहरने की व्यवस्था, पारंपरिक और अंतर्राष्ट्रीय व्यंजनों का खास अनुभव, औद्योगिक भ्रमण और पर्यटन स्थलों का आकर्षण ग्लोबल समिट को खास बनायेगा। यानि मध्य प्रदेश सरकार इस मेगा इवेंट में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती. सुरक्षा से लेकर सुविधाओं तक सारे इंतजाम किए जा रहे हैं. ताकि देश के दिल में आने वाले मेहमानों की खातिरदारी में कहीं कोई कमी न रहे. राजधानी भोपाल को 120 करोड़ खर्च कर दुल्हन की तरह सजाया-संवारा जा रहा है। इस मेगा इंवेट को सफल बनाने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने संबंधित महकमों को इस इवेंट की व्यवस्था में लगा दिया है। शहर में 65 करोड़ रुपए से एयरपोर्ट रोड, वीआईपी रोड, बोट क्लब, लिंक रोड नंबर 1, 2 और 3, स्मार्ट सड़क, श्यामला हिल्स, एमपी नगर, रोशनपुरा, रंग महल और श्यामला हिल्स की सड़कों को नए सिरे से बनाया जा रहा है। एयरपोर्ट एप्रोच रोड पर रिटेनिंग वॉल का निर्माण हो रहा है। स्टेट हैंगर पर मरम्मत, पेंटिंग और ग्रिल एक्सटेंशन के काम हो रहे हैं। बोट क्लब, वन विहार, मैनिट से भदभदा रोड पर भी काम चल रहा है। इसके अलावा 22 सड़कों की रिपेयरिंग, इंडस्ट्री एरिया तक जाने वाली सड़कों के सौंदर्यीकरण और गड्ढे भरने का कार्य तेजी से हो रहा है। राजा भोज एयरपोर्ट से मानव संग्रहालय तक 17 किमी के मार्ग पर 2 लाख पौधे लगाए गए हैं और 5,000 पेंटिंग्स से सजावट की गई है।
समिट में आने वाले मेहमानों को ताज लेक फ्रंट, कोर्टयार्ड बाय मेरियट, रेडिसन में ठहराने की व्यवस्था
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2025 के लिये देश-विदेश से आने वाले मेहमानों के स्वागत और ठहरने की विशेष व्यवस्था की जा रही है। राजधानी में ताज लेक फ्रंट, कोर्टयार्ड बाय मेरियट और रेडिसन सहित अन्य प्रतिष्ठित होटलों में मेहमानों के लिये उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। पहली बार जीआईएस में एक अनूठी पहल की जा रही है। भोपाल की प्राकृतिक सुन्दरता के बीच मेहमानों को 5 सितारा सुविधाओं का अनुभव कराने के लिये 100 से अधिक अत्याधुनिक लग्जरी टेंट्स भी तैयार किये जा रहे हैं। यह अभिनव पहल देश के और विदेशी मेहमानों को मध्यप्रदेश की समृद्ध आतिथ्य परंपरा से परिचित कराएगी।
भोपाल में निवेशकों का ‘महाकुंभ’
- भोपाल में ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट 2025
- 24 और 25 फरवरी को आयोजित होगी समिट
- GIS से पहले भोपाल में निवेश का बना माहौल
- मुख्यमंत्री डॉ यादव की निवेश मुहिम ला रही रंग
- GIS से पहले मध्य प्रदेश में निवेश का सिलसिला शुरू
- भोपाल में 45 होटल्स प्रोजेक्ट के लिए आए आवेदन
- MP में होटल उद्योग को लेकर निवेश की बढ़ी संभावना
- मध्य प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावना खोल रही द्वार
- प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र ने होटल इंडस्ट्री के लिए खोले द्वार
पिछले एक वर्ष में, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्य प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए ब्रिटेन की यात्रा की यहां से लगभग 60 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए है, जबकि मुख्यमंत्री की जर्मनी यात्रा के दौरान 18 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं। विदेश ही नहीं मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव देश के उद्योगपतियों निवेशकों को भी मध्य प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। इसी उद्देश्य से रीवा, नर्मदापुरम, शहडोल, ग्वालियर समेत अन्य जिलों में रीजनल इन्वेस्टर्स मीट आयोजित की गई थी। इसमें लगभग 4 लाख करोड़ से अधिक के प्रस्ताव मिले हैं। जिससे लगभग 84 हजार रोजगार के सृजन की संभावना है। मुख्यमंत्री के विशेष प्रयासों का ही नतीजा है कि भोपाल में हो रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले ही प्रदेश में निवेश आने का सिलसिला शुरू हो गया है। केवल एक महीने में शहर की 9 सड़कों पर 45 होटल प्रोजेक्ट के लिए आवेदन आ चुके हैं। इनमें मंडीदीप, बगरोदा, अचारपुरा, बैरसिया, कोलार, रातीबड़, इंदौर और पीलूखेड़ी रोड शामिल हैं। इनमें से सर्वाधिक होटल भोपाल से औबेदुल्लागंज के बीच खोले जाने हैं। प्रॉपर्टी एक्सपर्ट की मानें तो बीते एक महीने में वे ऐसे लोगों को हाईवे किनारे जमीन दिखा चुके हैं, जो होटल खोलना चाहते हैं। 5 होटल तो सिर्फ औबेदुल्लागंज के पास जबलपुर और भोपाल रोड पर बनाए जा रहे हैं। वहीं, भोपाल से बगरोदा रोड पर 5 नए होटल खोले जाने की तैयारी है। पांच में से दो होटल मुंबई की एक बड़ी कंपनी खोलने वाली है। जमीन की डील लगभग फाइनल है। इसके अलावा 3 होटल पीलूखेड़ी इंडस्ट्री के पास राजगढ़ रोड पर, दो होटल कोलार रोड पर और 3 होटल विदिशा रोड पर शुरू होंगे। (gfs out)
GIS से पहले आ गया निवेश !
- –भोपाल में 45 होटल प्रोजेक्ट के लिए आए आवेदन
- –मंडीदीप, बगरोदा, अचारपुरा, बैरसिया में बनेंगे होटल
- –रातीबड़, इंदौर और पीलूखेड़ी रोड पर बनेंगे होटल
- –भोपाल से औबेदुल्लागंज के बीच बनेंगे होटल्स
- –प्रॉपर्टी एक्सपर्ट महीनेभर में कई निवेशकों को दिखा चुके जमीन
- -5 होटल औबेदुल्लागंज के पास जबलपुर और भोपाल रोड पर खुलेंगे
- –बगरोदा रोड पर 5 नए होटल खोले जाने की तैयारी
- -5 में से दो होटल मुंबई की एक बड़ी कंपनी खोलेगी
- – निवेशकों के साथ जमीन की डील लगभग फाइनल है
- -3 होटल पीलूखेड़ी इंडस्ट्री के पास राजगढ़ रोड पर बनेंगे
- दो होटल कोलार रोड पर और 3 होटल विदिशा रोड पर शुरू होंगे
होटल्स इंडस्ट्री के लिए एमपी में असीम संभावनाएं
मध्य प्रदेश में पर्यटन और होटल्स इंडस्ट्री की अपार संभावनाएँ हैं। मध्य प्रदेश, जिसे “भारत का दिल” कहा जाता है, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों से भरपूर राज्य है। यह राज्य पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाओं से भरा हुआ है। मध्य प्रदेश में कई ऐतिहासिक किलें, मंदिर, जंगल, वन्य जीवा प्राणी और आदिवासी संस्कृति का गहरा प्रभाव है, जो इसे एक आकर्षक पर्यटन स्थल बनाता है। राज्य सरकार भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार परियोजनाओं पर काम कर रही है, जिससे होटल इंडस्ट्री के लिए भी नए अवसर पैदा होते हैं। जैसे धार्मिक टूरिज्म को ही लें तो उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर और महाकाल लोक के दर्शन करने हर रोज लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। उज्जैन में 2028 में सिंहस्थ महाकुंभ भी आयोजित हो रहा है. इसके अलावा विश्व प्रसिद्ध सांची स्तूप दुनिया भर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। खजुराहो के मंदिर, ओरछा का राजाराम मंदिर धार्मिक पर्यटन का बड़ा केंद्र है। मध्य प्रदेश को टाइगर राज्य” भी कहा जाता है, यहाँ बांधवगढ़, कान्हा और पेंच अभ्यारण, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व समेत 8 टाइगर रिजर्व पार्क हैं. इन राष्ट्रीय उद्यानों में जंगल सफारी और प्रकृति प्रेमियों के लिए विभिन्न पर्यटन गतिविधियाँ होती हैं। राज्य में बाघों, तेंदुओं, हाथियों और चीतों समेत वन्य जीवों को देखने के अवसर पर्यटकों को आकर्षित करते हैं, जिससे पूरे प्रदेश में होटलों और रिसॉर्ट्स की आवश्यकता लगातार बढ़ती जा रही है। कुल मिला कर मध्य प्रदेश में पर्यटन और होटल्स इंडस्ट्री की अपार संभावनाएँ हैं, जो आने वाले वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगी. ब्यूरो रिपोर्ट, स्वदेश न्यूज।
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