BY: MOHIT JAIN
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के साहसी युवक भगवान सिंह (52) ने ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो अब तक पूरी दुनिया में किसी ने नहीं किया था। उन्होंने 5,364 मीटर की ऊंचाई पर स्थित माउंट एवरेस्ट बेस कैंप तक अपनी एमटीबी बाइक (साइकिल) पहुंचाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया।
यह उपलब्धि उन्हें दुनिया का पहला साइकिलिस्ट बनाती है, जिसने अपने दम पर एवरेस्ट बेस कैंप तक दो पहियों पर पहुंचने का साहस दिखाया।
9 दिन का संघर्ष और जीत

भगवान सिंह ने यह मुश्किल सफर केवल 9 दिनों में पूरा किया।
इस दौरान उन्हें जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा, वे किसी भी सामान्य इंसान की हिम्मत तोड़ सकती थीं:
- बर्फ से ढके दुर्गम रास्ते
- खड़ी पत्थरीली चढ़ाई
- माइनस तापमान
- ऑक्सीजन की कमी
कई जगहों पर उन्हें अपनी बाइक को खुद उठाकर ले जाना पड़ा, लेकिन हर थकान के बावजूद उनके दिल में तिरंगा फहराने का सपना और मातृभूमि के प्रति प्रेम सबसे बड़ा सहारा बना।
भगवान सिंह का अनुभव
एवरेस्ट बेस कैंप से अपनी भावनाएं साझा करते हुए भगवान सिंह ने कहा:
“जय हिंद! आज तक कोई भी एमटीबी बाइक एवरेस्ट बेस कैंप तक नहीं पहुंची थी। मैंने भारत की तरफ से कोशिश की और 9 दिन की कठिन मेहनत के बाद इसे सफल किया। मेरे साथ आशीष और तेजिंग शेरपा ने सपोर्ट किया। आज मैं 5,364 मीटर की ऊंचाई पर तिरंगा लहराकर गर्व महसूस कर रहा हूं।”
मध्यप्रदेश और भारत का गौरव
भगवान सिंह की यह उपलब्धि न केवल भोपाल बल्कि पूरे मध्यप्रदेश और भारत के लिए गर्व का विषय है।
दुनिया में अब तक किसी ने भी एवरेस्ट बेस कैंप तक साइकिल ले जाने का साहस नहीं किया था। भगवान सिंह ने साबित कर दिया कि मजबूत इरादों और जज्बे के आगे पहाड़ भी झुक जाते हैं।
भगवान सिंह की अन्य उपलब्धियां
भगवान सिंह पहले भी कई साहसिक और ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं:
- माउंट एवरेस्ट शिखर (2016): 8,848 मीटर की ऊंचाई पर पहुंचकर तिरंगा फहराया।
- माउंट कोज़िअस्को (2024): ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी पर स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रगान गाकर तिरंगा लहराने वाले पहले भारतीय बने।
- लद्दाख पैंगोंग झील मैराथन: 14,600 फीट की ऊंचाई पर माइनस 45 डिग्री में 21 किमी की हाफ मैराथन पूरी कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
- खारदुंग-ला पास (2017-2019): 18,380 फीट ऊंचाई पर 600 किमी की साइक्लिंग लगातार तीन वर्षों तक पूरी की।
- उमलिंग-ला दर्रा (2020): 19,300 फीट ऊंचाई पर भारत के पहले साइकिलिस्ट बने।
- फ्रेंडशिप पीक (2021): 17,346 फीट पर तिरंगा फहराया।
- 114 मैराथन: भारत में आयोजित मैराथनों में सक्रिय भागीदारी।
- सम्मान: विक्रम अवॉर्ड, 8 बार बेस्ट साइक्लिस्ट अवॉर्ड और 200 से अधिक राष्ट्रीय ट्रेकिंग अभियानों में योगदान।
भगवान सिंह ने यह साबित कर दिया कि जुनून, मेहनत और मातृभूमि के प्रति प्रेम से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। भोपाल का यह वीर सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे भारत का नाम रोशन कर रहा है।