रिपोर्टर: संजू जैन
बेमेतरा जिले के नवागढ़ ब्लॉक में स्थित मुड़पार और रमपुरा गांवों के ग्रामीण और छात्र-छात्राओं ने आज जिले के कलेक्टर कार्यालय में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका मुख्य आरोप है कि ग्राम पंचायतों में स्पंज आयरन प्लांट (Sponge Iron Plant) का निर्माण कार्य बिना ग्रामीणों की सहमति और उचित जांच-पड़ताल के चलाया जा रहा है।
ज्ञापन में प्रमुख बिंदु
- ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा, जिसमें मांग की गई है कि स्पंज आयरन प्लांट के सभी निर्माण कार्य तुरंत रोक दिए जाएं।
- ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वह 13 जुलाई को रानी अंतिवाई चौक, संबलपुर में उग्र आंदोलन एवं चक्का जाम करेंगे।
- यह आंदोलन गांव की सामाजिक संस्थाओं, छात्र-छात्राओं और अन्य ग्रामीणों के समर्थन से आयोजित किया जा रहा है।
विरोध के मुख्य कारण
- पर्यावरणीय चिंताएं: स्पंज आयरन प्लांट से निकलने वाले प्रदूषण से खेती-बाड़ी, जल-प्रदाय और जीवन पर प्रभाव की आशंका।
- स्वास्थ्य व आर्थिक असर: प्लांट के नज़दीक रहने वाले ग्रामीणों की कृषि पर असर, जल स्रोतों और श्वसन रोग का खतरा।
- प्रक्रियात्मक पारदर्शिता की कमी: ग्रामीणों ने बताया कि न तो किसी सार्वजनिक सुनवाई का आयोजन हुआ, न ही मंजूरी प्रक्रियाओं का पारदर्शी विवरण स्थानीय लोगों के साथ साझा किया गया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
- इस ज्ञापन के बाद SDM/तहसीलदार और पुलिस अधिकारियों की आपातकालीन बैठक बुलाई गई।
- प्रशासन ने आश्वासन दिया कि विरोध प्रदर्शनों की सुनवाई की जाएगी और अधिकारियों को क्षेत्र जाकर स्पंज आयरन प्लांट पर पुनर्विचार करने को कहा गया।
- प्रशासन ने ग्रामीणों की चेतावनी को गंभीरता से लिया और 13 जुलाई तक स्थिति का अवलोकन और रणनीति तय करने की बात कही।
संदर्भ
बेमेतरा जिले में पहले भी फूड प्रोसेसिंग या प्रदूषण-युक्त उद्योगों के खिलाफ ग्राम स्तर पर विरोध-प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपे जाने की घटनाएं होती रही हैं. ग्रामीणों का यह विरोध स्थानीय प्राकृतिक संसाधनों, कृषि और स्वास्थ्य संरचना को बचाने की दिशा में है।