BY: Yoganand Shrivastva
बेलगावी, कर्नाटक – बेलगावी जिले के रायबग क्षेत्र स्थित मेखली गांव में गुरुवार को प्रशासन ने एक मठ को बुलडोज़र चलाकर ढहा दिया। यह कार्रवाई स्थानीय तहसीलदार के आदेश पर की गई। आरोप था कि मठ को सरकारी भूमि पर अवैध रूप से खड़ा किया गया था।
मठ से जुड़े प्रमुख संत, लोकेश्वर स्वामी, हाल ही में एक नाबालिग लड़की के साथ यौन शोषण के गंभीर आरोपों में पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किए गए हैं। उनके खिलाफ चल रहे आपराधिक मामले और मठ के अवैध निर्माण को लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया।
नाबालिग के यौन शोषण का मामला
मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता के परिजनों ने हाल ही में शिकायत दर्ज करवाई थी कि लोकेश्वर स्वामी ने बीमारी ठीक करने के नाम पर 17 वर्षीय लड़की को अपने साथ ले जाकर दो अलग-अलग शहरों के होटलों में उसके साथ दुष्कर्म किया। यह मामला सामने आने के बाद पुलिस ने स्वामी को गिरफ्तार कर लिया। लड़की की शिकायत के आधार पर उनके खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ।
कब्जे की ज़मीन पर बना था मठ
स्वामी पर इससे पहले भी आरोप लगे थे कि उन्होंने सरकारी जमीन पर अवैध रूप से मठ का निर्माण कराया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 7 साल पहले उन्होंने एक छोटे से शेड से मठ की शुरुआत की थी, जिसे बाद में बिना अनुमति के विस्तारित कर दिया गया। तहसील प्रशासन की ओर से पिछले 6 महीनों में तीन बार नोटिस भेजकर जमीन खाली करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
प्रशासनिक कार्रवाई के बाद मठ ध्वस्त
मठ खाली करने के लिए अंतिम नोटिस सात दिन पहले भेजा गया था। जवाब न मिलने पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए गुरुवार सुबह मठ को जेसीबी मशीनों से ध्वस्त कर दिया। कार्रवाई के दौरान पुलिस बल तैनात रहा और अधिकारियों की निगरानी में मठ को खाली करवाकर गिराया गया।
स्थानीय लोगों में रोष
स्वामी की गिरफ्तारी के बाद स्थानीय ग्रामीणों में गुस्सा देखने को मिला। लोगों ने प्रशासनिक कार्रवाई का समर्थन किया और मठ को बंद करने की मांग की। मठ के खिलाफ लोगों की बढ़ती नाराजगी और कानूनी कार्रवाई के आधार पर ही यह निर्णय लिया गया।