इंडोनेशिया के बाली द्वीप के पास बुधवार को एक बड़ा हादसा हुआ जब 65 यात्रियों से भरी एक फेरी अचानक डूब गई। इस दुर्घटना में कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 38 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। फिलहाल राहत और बचाव अभियान तेजी से चलाया जा रहा है।
कहां और कैसे हुआ हादसा ?
यह फेरी जावा द्वीप के बन्यूवांगी शहर से रवाना हुई थी और बाली द्वीप के उत्तरी बंदरगाह की ओर जा रही थी। यात्रा के करीब 25 मिनट बाद ही यह फेरी बाली स्ट्रेट में डूब गई। फेरी का नाम केएमपी तुनु प्रतमा जया बताया गया है।
फेरी में कितने लोग और वाहन थे सवार ?
- कुल लोग: 65
- 53 यात्री
- 12 क्रू मेंबर
- वाहन: 22
इस जहाज को ‘फेरी लंगर’ कहा जाता है, जो आमतौर पर छोटे जलमार्गों में परिवहन के लिए प्रयोग होता है।
कितने लोगों को बचाया गया ?
अब तक की जानकारी के अनुसार:
- 23 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है
- 4 शव बरामद हुए हैं
- 38 लोग अभी भी लापता हैं
बचाव दल समुद्र में लापता लोगों की तलाश में जुटा है।
हादसे की वजह क्या रही ?
अभी तक दुर्घटना के स्पष्ट कारण सामने नहीं आए हैं, लेकिन इंडोनेशिया के कैबिनेट सचिव टेडी इंद्रा विजया ने बताया कि यह हादसा खराब मौसम के कारण हो सकता है। समुद्र में तेज लहरें और तेज़ हवाएं भी एक कारण हो सकती हैं।
राहत और बचाव कार्य जारी
स्थानीय खोज और बचाव एजेंसियां समुद्र में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। इंडोनेशिया की नेवी, कोस्ट गार्ड और हेलिकॉप्टर की मदद से लापता लोगों को तलाशने का कार्य जारी है।
इंडोनेशिया में हुए इस फेरी हादसे ने एक बार फिर समुद्री यात्रा की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मौसम की चेतावनी के बावजूद यात्रा का निर्णय, यात्रियों की संख्या और जहाज की स्थिति—इन सब बिंदुओं पर जांच की जा रही है। सरकार की प्राथमिकता फिलहाल लापता लोगों की तलाश और बचाव कार्य को तेजी से पूरा करना है।





