संसद में उठे विजय दिवस तस्वीर विवाद में नया मोड़ आ गया है और खुद सेना ने पूरे मामले पर स्पष्टीकरण दिया है। दरअसल संसद में सोमवार को 1971 के बांग्लादेश युद्ध के बाद पाकिस्तानी सेना के आत्मसमर्पण को दर्शाने वाली फोटो को हटाने का मुद्दा उठाया गया था। कांग्रेस नेता ने पूरे मामले पर कहा था कि विजय दिवस पर सेना मुख्यालय से ये तस्वीर उतारना गलत है। ये सेना का अपमान है। राजनीतिक विवाद की स्थिति उत्पन्न होते देख सेना ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
क्या है सेना का जवाब
भारतीय सेना ने अपने ऑफिशियल x हेंडल पर मामले का स्पष्टीकरण देते हुए ADG PI ने लिखा कि “विजय दिवस के मौके पर 1971 की आइकॉनिक पेंटिंग को उसकी सही जगह पर रखा गया है। 1971 के वॉर हीरो सैम मानिकशॉ की याद में बने मानिकशॉ सेंटर में पेंटिंग को स्थानांतरित कर दिया गया है”।
यह पेंटिंग भारतीय सशस्त्र बलों की सबसे बड़ी सैन्य जीतों में से एक और सभी के लिए न्याय और मानवता के लिए भारत की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। मानेकशॉ सेंटर नई दिल्ली में इसके प्लेसमेंट देसी विदेशों दर्शकों और गणमान्य व्यक्तियों इसका लाभ होगा

प्रियंका गांधी ने संसद में उठाया था मुद्दा
संसद में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने इस मुद्दे को उठाया था। प्रियंका ने 1971 के युद्ध में भारतीय सेना की भूमिका को याद करते हुए कहा था कि, ‘पाकिस्तान के आत्मसमर्पण की प्रतिष्ठित तस्वीर सेना मुख्यालय से हटा दी गई है। तस्वीर में आत्मसमर्पण के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते हुए भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा और पाकिस्तानी सेना के तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी के अलावा कई अन्य शीर्ष सेना अधिकारी मौजूद है’।





