BY- ISA AHMAD
300 लोगों ने की आमसभा
नरहरपुर क्षेत्र के बासनवाही गांव में भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बनाए जा रहे पुल की ऊंचाई कम होने और परियोजना से जुड़े कर्मचारियों की गुंडागर्दी से परेशान होकर करीब 300 ग्रामीणों ने आमसभा का आयोजन किया। ग्रामीणों ने गांव के बीच बनाए जा रहे इस पुल की निर्माण प्रक्रिया और इसकी ऊंचाई को लेकर कड़ी आपत्ति जताई।
ग्रामीणों का कहना है कि प्रस्तावित पुल मुख्य सड़क से काफी नीचे स्तर पर बना हुआ है, जिससे वर्षा ऋतु में पानी का जमाव होगा और निकासी की व्यवस्था भी अपर्याप्त है। मौके पर पहुंचे राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के इंजीनियर भी ग्रामीणों की आपत्तियों का कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके और केवल “ऊपर से आदेश है” कहकर पल्ला झाड़ते रहे।
सभा के दौरान ग्रामीणों ने परियोजना कैंप के कर्मचारियों की मनमानी और बदसलूकी का भी जिक्र किया। उनका आरोप है कि मजदूर गांव के खेतों में खुले में शौच कर रहे हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में गंदगी और दुर्गंध फैल रही है। गांव पहले से 100% शौचालययुक्त है, लेकिन इन मजदूरों की हरकतों से स्वच्छता को ठेस पहुंच रही है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि कैंप से निकलने वाले प्लास्टिक कचरे और पॉलिथीन को जानवर खा जाते हैं, जिससे 10 से अधिक गाय-बकरियों की मौत हो चुकी है।
ग्रामीणों ने कंपनी को मंगलवार रात तक क्षतिपूर्ति करने की चेतावनी दी है। यदि तय समय में कार्रवाई नहीं की गई, तो बुधवार को महिलाएं और पुरुष मिलकर कंपनी कैंप के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे।
सभा में ग्रामीणों ने हाल ही में हुई मारपीट की घटनाओं और मजदूरों की दबंगई पर भी कड़ी नाराजगी जताई। एक हाइवा चालक को बेल्ट से बेरहमी से पीटे जाने का वीडियो वायरल होने के बावजूद प्रशासन की चुप्पी को निंदनीय बताया गया। ग्रामीणों ने महिलाओं की सुरक्षा पर चिंता जाहिर करते हुए, अब किसी भी महिला को सड़क निर्माण कार्य में भेजने पर रोक लगाने की बात कही।
ग्रामीणों ने स्वदेश न्यूज़ चैनल के माध्यम से जिला प्रशासन और शासन से मांग की है कि मारपीट करने वाले कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, अन्यथा आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।
इस पूरे मामले से ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है और यदि समय रहते समाधान नहीं निकाला गया, तो विकास कार्यों के साथ-साथ सामाजिक शांति पर भी संकट उत्पन्न हो सकता है।
रिपोर्टर: चन्द्रभान साहू