भारत के वर्तमान गृह मंत्री अमित शाह ने एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम किया है। अब वे देश के सबसे लंबे समय तक इस पद पर बने रहने वाले नेता बन गए हैं। उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जो इस पद पर 2,256 दिन तक रहे थे।
कितना लंबा रहा अमित शाह का कार्यकाल?
- कार्यकाल की शुरुआत: 30 मई 2019
- कुल दिन: 6 साल और 65 दिन (2,258 दिन)
- रिकॉर्ड टूटने की तारीख: 4 अगस्त 2025
शाह ने यह रिकॉर्ड उस दिन बनाया, जिस दिन 6 साल पहले उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया था।
किसका था पहले यह रिकॉर्ड?
इससे पहले यह रिकॉर्ड लालकृष्ण आडवाणी के नाम था। उन्होंने 1998 से 22 मई 2004 तक 2,256 दिनों तक गृह मंत्री पद संभाला था।
वहीं कांग्रेस के गोविंद वल्लभ पंत भी लंबे समय तक इस पद पर रहे थे – 10 जनवरी 1955 से 7 मार्च 1961 तक, यानी 6 साल और 56 दिन।
शाह का राजनीतिक सफर: कैसे पहुँचे शीर्ष पर?
- अमित शाह ने 30 मई 2019 को गृह मंत्री का पद संभाला।
- इससे पहले वे गुजरात के गृह मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं।
- पार्टी संगठन को मज़बूत करने में उनका अहम योगदान रहा है, जिस कारण उन्हें बीजेपी का चाणक्य भी कहा जाता है।
ऐतिहासिक फैसले: धारा 370 हटाने से पहचान
गृह मंत्री के रूप में अमित शाह का अब तक का सबसे साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय रहा है:
- जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पेश करना
- अनुच्छेद 370 को हटाना
- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाना
इस फैसले ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर एक निर्णायक नेता की पहचान दिलाई।
प्रधानमंत्री मोदी की सराहना
एनडीए की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाह की उपलब्धि का ज़िक्र करते हुए उन्हें बधाई दी और कहा कि “शाह का समर्पण और निर्णय लेने की क्षमता पार्टी और देश दोनों के लिए लाभदायक रही है।”
क्यों मायने रखता है ये रिकॉर्ड?
अमित शाह का यह रिकॉर्ड सिर्फ कार्यकाल की लंबाई का नहीं, बल्कि उनकी नेतृत्व क्षमता, निर्णय लेने की ताकत और पार्टी पर गहरी पकड़ का भी प्रतीक है। उन्होंने अपने कार्यकाल में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए, जिससे उनकी छवि एक मजबूत और निर्णायक गृह मंत्री के रूप में उभरी है।