रिपोर्ट- सुमन, अलवर
राजस्थान के अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के बीचगावा गांव में बुधवार सुबह शिवभक्तों के लिए कावड़ यात्रा का पावन क्षण एक दर्दनाक हादसे में तब्दील हो गया। कावड़ की परिक्रमा के दौरान विद्युत करंट की चपेट में आने से दो कांवड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 32 से अधिक कांवड़िए और ग्रामीण झुलसकर घायल हो गए। घटना के बाद इलाके में तनावपूर्ण माहौल है और आक्रोशित लोगों ने लक्ष्मणगढ़-मंडावर मार्ग पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया।
हादसे का विवरण
बीचगावा गांव के ग्रामीण हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लाकर गांव में कांवड़ यात्रा निकाल रहे थे। शिवरात्रि के अवसर पर बुधवार सुबह कांवड़ की परिक्रमा के दौरान अचानक श्रद्धालु करंट की चपेट में आ गए। इस दर्दनाक हादसे में दो कांवड़ियों की जान चली गई। घायलों में से कई की हालत गंभीर बनी हुई है।

घायलों का इलाज जारी
घायलों को तत्काल गढ़ीसवाईराम सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद 8 गंभीर घायलों को अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में रेफर किया गया है। 3-4 घायलों को लक्ष्मणगढ़ के सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया है।
प्रशासन और पुलिस मौके पर
घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार ममता कुमारी, प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू कराया। अधिकारियों ने बताया कि करंट हाई टेंशन लाइन की चपेट में आने से या तार टूटने की वजह से लगा है, इसकी पुष्टि जांच के बाद ही हो सकेगी। फिलहाल बिजली विभाग और प्रशासन संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं।
आक्रोशित ग्रामीणों का विरोध
हादसे के बाद गांव में भारी आक्रोश देखने को मिला। ग्रामीणों और कांवड़ियों ने लक्ष्मणगढ़-मंडावर मार्ग पर जाम लगाकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही से यह बड़ा हादसा हुआ है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
तहसीलदार ममता कुमारी ने बताया
“घटना के बाद स्थिति पर काबू पा लिया गया है। घायलों का इलाज जारी है और प्रशासन पीड़ितों के साथ है। करंट लगने के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है।”
इस हादसे ने शिवभक्तों के उत्साह को शोक में बदल दिया है। एक ओर जहां शिवरात्रि के पावन पर्व पर श्रद्धालु गंगाजल चढ़ाने की तैयारी में थे, वहीं दूसरी ओर यह बिजली हादसा उनकी आंखों में आंसू और गांव में मातम छोड़ गया।