BY: Rupesh kumar Das
हजारीबाग: ईचाक प्रखंड में सूक्ष्म सिंचाई योजना में भ्रष्टाचार के आरोपों ने किसानों को परेशान कर दिया है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा प्रदान करने की सरकारी पहल पर सवाल उठते देख कई किसान अब हताश हैं। ईचाक प्रखंड के दर्जनों किसानों का कहना है कि योजना का लाभ लेने के लिए उन्हें महीनों तक कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है। किसानों का आरोप है कि प्रखंड स्तर के अधिकारी और कर्मचारी आवेदन प्रक्रिया के दौरान रिश्वत की मांग करते हैं और भुगतान नहीं करने पर आवेदन लंबित कर दिया जाता है।
इस स्थिति को लेकर किसानों ने हजारीबाग के उपायुक्त को सामूहिक शिकायत पत्र सौंपकर उचित कार्रवाई की मांग की है। अजय कुमार मेहता, कृष्णा कुमार मेहता और दिलीप कुमार ने बताया कि योजना का वास्तविक लाभ मिलने की बजाय उन्हें भ्रष्टाचार और लापरवाही का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उनकी उम्मीदें टूट गई हैं।
इस पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी विनोद कुमार रवि ने कहा कि किसानों के आरोप निराधार हैं और योजना का लाभ केवल योग्य और दस्तावेज़ पूरा करने वाले लाभुकों को ही दिया जाता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों को आवेदन और संबंधित कागजात स्वयं कार्यालय में जमा करना आवश्यक है और स्थल निरीक्षण के बाद ही किसी किसान को योजना से जोड़ा जाता है।
इस विवाद ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या सरकारी योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर पर सही तरीके से किसानों तक पहुंच रहा है या नहीं।





