रिपोर्ट- संतोष
डबरा: एडवोकेट चंद्रभान मीना की हत्या को लेकर परिजनों और वकीलों का आक्रोश फूट पड़ा। रविवार को पहले सिंधिया चौराहे पर और फिर NH-44 सिमरिया टेकरी पर वकीलों एवं परिजनों ने चक्का जाम कर प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। यह विवाद 11 नवंबर को सीटी थाना क्षेत्र के ग्राम बेलगाढ़ा में रावत समुदाय के दो पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष से जुड़ा है। इस संघर्ष में एडवोकेट चंद्रभान मीना गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, जहाँ इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पुलिस पर लगे गंभीर आरोप
परिजनों और साथी वकीलों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्होंने मामले में मामूली धाराओं में केस दर्ज किया और मुख्य आरोपी को बचाने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि स्पष्ट सबूत मौजूद होने के बावजूद पुलिस ने उचित धाराएँ नहीं लगाईं। आक्रोशित अभिभाषक संघ का कहना है कि आरोपी पक्ष को राजनीतिक संरक्षण मिलने के कारण निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हो रही है। इस घटना को लेकर वकीलों और परिजनों में भारी रोष व्याप्त है।

पुलिस बल तैनात, समझाइश जारी
वकीलों की भीड़ बढ़ती देख मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्वालियर ग्रामीण जयराज कुबेर, डबरा और भितरवार पुलिस अनुभाग के अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझाइश देकर जाम खोलने की कोशिश की। हालात तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताए जा रहे हैं। डबरा सिटी थाना क्षेत्र का यह मामला अब जिलेभर में चर्चा का विषय बना हुआ है।





