संभल में हुई हिंसा में अभी तक 5 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, वहीं वही सैकड़ों लोग घायल भी हो गए है। लोगों के साथ पुलिसकर्मी
भी बड़ी तादात में घायल हुए है। अब पुलिस उपद्रवियों को तलाश रही है, हिंसा में जो घायल हुए है उन्हंे पुलिस चिन्हित कर रही है। डर की वजह से घायल लोग हॉस्पिटल में इलाज न कराकर चोरी छिपे इलाज करा रहे है। बता दें कि कोर्ट के आदेश के बार संभल की जामा मस्जिद का सर्वे किया जाना था, जिसके लिए रविवार को प्रशासन की टीम सर्वे करने पहुंची तभी उपद्रवियों ने पुलिस के उपर फायरिंग कर दी थी।
बाहरी व्यक्ति का संभल में प्रवेश वर्जित
माहौल को देखते हुए जिला प्रशासन ने संभल में बाहरी व्यक्ति के आने पर रोक लगा दी है। संभल में बाहरी व्यक्ति तभी प्रवेश कर पाएगा जब तक अधिकारियों को संतोषजनक जबाव न दे दे। यह आदेश हालात सामान्य होने तक रहेंगे।
पूरे संभल में कर्फ्यू जैसा माहौल
इस बीच पूरे शहर में तनाव गहरा गया। शाम होने तक सख्ती इतनी बढ़ा दी गई कि शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल हो गया। हिंसा का शिकार युवकों के परिजनों ने पुलिस की गोली से मौत होने की बात कही है। दूसरी ओर मौके पर पहुंचे कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि दो की मौत गोली लगने से हुई हैए लेकिन पुलिस ने गोली नहीं चलाई थी। भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठी का प्रयोग किया था। तीसरे युवक की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। घायलों में डीआईजी संभल, एसपी और एसडीएम भी शामिल हैं।