लोकेशन: लार, देवरिया | रिपोर्ट: ब्यूरो
देवरिया जिले के लार कस्बे के शास्त्री नगर में एक बुजुर्ग महिला की निर्मम हत्या और लाखों की लूट को अंजाम दिए जाने के सात महीने बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। 23 नवंबर 2024 को हुई इस सनसनीखेज वारदात ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया था, लेकिन अब तक आरोपी न तो पकड़े गए हैं और न ही किसी ठोस सुराग का खुलासा हो सका है।
मृतका की पहचान चंद्रावती देवी (60 वर्ष) पत्नी घनश्याम गुप्ता के रूप में हुई है, जिनका परिवार स्थानीय स्तर पर किराना व्यापार करता है। घटना के समय वह घर में अकेली थीं, और इसी का फायदा उठाते हुए दो अज्ञात बदमाश घर में घुस आए। आरोपियों ने धारदार हथियार से हमला कर उनकी हत्या कर दी और फिर अलमारी में रखे लाखों रुपये नकद व जेवरात लेकर फरार हो गए।
सूचना पर पुलिस, फोरेंसिक विशेषज्ञों और डॉग स्क्वॉड के साथ मौके पर पहुंची थी। पुलिस अधीक्षक और अपर पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल का निरीक्षण भी किया था, लेकिन जांच अब तक ठोस नतीजों तक नहीं पहुंच पाई है।
जनता में आक्रोश, पुलिस पर लापरवाही के आरोप
स्थानीय लोगों और परिजनों का आरोप है कि पुलिस जांच बेहद धीमी गति से चल रही है और अपराधी बेखौफ खुलेआम घूम रहे हैं। एक तरफ पीड़ित परिवार न्याय की उम्मीद में दर-दर भटक रहा है, तो दूसरी ओर पुलिस सिर्फ “जांच जारी है” कहकर पल्ला झाड़ रही है।
घटना के सात महीने बाद भी न कोई गिरफ्तारी, न लूटा गया माल बरामद, और न ही कोई ठोस सुराग, जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
पुलिस की सफाई
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामला बेहद संवेदनशील है और जांच तकनीकी पहलुओं के आधार पर की जा रही है। उन्होंने जल्द ही आरोपियों तक पहुंचने का भरोसा दिलाया है, लेकिन हर बीतते दिन के साथ परिजनों की उम्मीदें टूटती जा रही हैं।