Report: Rupesh kumar Das
हजारीबाग: जिले के गोरहर थाना क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग NH-2 पर सोमवार की देर रात एक बड़ा हादसा हुआ। कोलकाता-हल्दिया से हाजीपुर की ओर जा रहा NL01-AB-6720 नंबर का भारी टैंकर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गया। टैंकर में कच्चा पाल्म ऑयल (Crude Palm Oil) भरा हुआ था, जो औद्योगिक उपयोग के लिए भेजा जा रहा था।
रात करीब दो बजे हुए इस हादसे के बाद हाईवे पर अफरा-तफरी मच गई। कुछ ही देर में आसपास के गांवों से सैकड़ों लोग मौके पर जुट गए। लेकिन हादसे के बाद जो दृश्य देखने को मिला, उसने सभी को हैरान कर दिया — ग्रामीणों ने इस औद्योगिक तेल को खाने वाला रिफाइंड ऑयल समझकर बाल्टियों, ड्रमों, बोतलों और यहां तक कि कपड़ों में भरना शुरू कर दिया।
टैंकर चालक अमरेंद्र सिंह ने बताया कि गाड़ी का टाई रॉड कट जाने से स्टेयरिंग जाम हो गया था। वाहन डिवाइडर से टकराया और पलट गया। हादसे में टैंकर के ऊपरी हिस्से में दरार आ गई, जिससे हजारों लीटर तेल सड़क पर बह गया। “मैंने लोगों को समझाने की कोशिश की कि यह खाने योग्य नहीं है, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था,” चालक ने कहा।
घंटों तक ग्रामीण तेल भरने में लगे रहे। कुछ लोग बोरे और ड्रम लेकर आए, जबकि कई मोटरसाइकिल पर ड्रम बाँधकर तेल ले जाते देखे गए। दृश्य ऐसा था मानो राहत सामग्री बंट रही हो, जबकि हकीकत में यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक पदार्थ था।
जानकारों ने बताया कि कच्चा पाल्म ऑयल (Crude Palm Oil) सीधे खाने योग्य नहीं होता। इसे रिफाइनरी में कई प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद ही रिफाइंड ऑयल बनाया जाता है। कच्चे तेल में मौजूद रासायनिक अंश और भारी धातुएँ मानव शरीर के लिए जहरीली साबित हो सकती हैं। इसके सेवन से पाचन, लीवर और त्वचा संबंधी गंभीर रोग हो सकते हैं।
घटना के बाद NH-2 पर लंबा जाम लग गया। गोरहर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति नियंत्रित करने में जुट गई। लेकिन भीड़ इतनी अधिक थी कि पुलिस को कई बार हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
फायर ब्रिगेड और एनएचआई (NHAI) की टीम को बुलाकर सड़क की सफाई का कार्य शुरू कराया गया। फिलहाल टैंकर को क्रेन की मदद से हटाया गया है, जबकि सड़क पर बचे तेल के कारण फिसलन बनी हुई है।
प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे इस तेल का उपयोग खाने या किसी घरेलू कार्य में न करें। इसे सेवन करना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हो सकता है।