BY: MOHIT JAIN
बिहार की सियासत में आज का दिन बेहद अहम साबित हो सकता है। चुनाव आयोग आज बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक, आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस जल्द आयोजित की जाएगी, जिसमें चुनावी कार्यक्रमों की आधिकारिक घोषणा की जा सकती है।
राजनीतिक दलों से हुई बैठक
शनिवार को चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बिहार के विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी। इस बैठक में दलों ने चुनाव कार्यक्रम को लेकर अपने-अपने सुझाव दिए।
अधिकतर दलों की राय थी कि:
- छठ पर्व के बाद मतदान कराया जाए, ताकि लोगों की भागीदारी अधिक हो सके।
- चुनाव एक या दो चरणों में संपन्न किए जाएं, ताकि प्रक्रिया सुचारू रूप से पूरी हो सके।
Day 2/Patna: #ECI reviews preparedness for upcoming #Bihar Legislative Assembly Elections, 2025
— Election Commission of India (@ECISVEEP) October 5, 2025
In images : Commission’s meeting with CS, DG and other Senior Officers. pic.twitter.com/nSqXPnlaWf
आयोग ने की अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक

रविवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार समेत आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बिहार के डीजीपी, मुख्य सचिव और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में राज्यभर में सुरक्षा इंतज़ाम, लॉजिस्टिक तैयारियां और मतदाता सूची की समीक्षा की गई।
बैठक के बाद यह कयास तेज़ हैं कि आयोग आज ही शाम तक या देर रात बिहार चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है।
क्या हो सकता है चुनाव कार्यक्रम?
हालांकि आधिकारिक जानकारी अभी सामने नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि:
- मतदान अक्टूबर के अंत या नवंबर की शुरुआत में हो सकता है।
- छठ पूजा के तुरंत बाद पहले चरण का मतदान संभव है।
- चुनाव एक या दो चरणों में कराए जा सकते हैं।
बिहार में फिर गरमाई सियासत
चुनाव तारीखों की संभावित घोषणा से पहले ही बिहार की राजनीति में हलचल तेज़ हो गई है। सत्ता पक्ष और विपक्ष, दोनों ने ही अपने प्रचार अभियान को धार देना शुरू कर दिया है।
- महागठबंधन की कोशिश है कि सामाजिक समीकरणों को साधा जाए।
- वहीं एनडीए विकास और सुशासन के मुद्दे पर जनता के बीच जाने की तैयारी में है।
आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं। यदि आज तारीखों का ऐलान होता है, तो बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की औपचारिक शुरुआत हो जाएगी। इसके साथ ही राज्य में राजनीतिक सरगर्मी नई ऊंचाई पर पहुंचने वाली है।





