रिपोर्टर: अश्विनी मोदनवाल, EDIT BY: MOHIT JAIN
उत्तर प्रदेश के वाराणसी से बेहद दुखद खबर सामने आई है। बनारस घराने के मशहूर शास्त्रीय गायक और पद्मविभूषण से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र का 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे और गुरुवार सुबह 4:15 बजे मिर्जापुर में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार आज शाम बनारस में किया जाएगा।
लंबे समय से चल रहा था इलाज

परिवार से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले महीने छन्नूलाल मिश्र को सीने में परेशानी के बाद वाराणसी के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदरलाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां उनकी स्थिति में सुधार हुआ तो उन्हें छुट्टी दे दी गई थी।
बेटी नम्रता ने बताया कि जांच में उनके सीने में इंफेक्शन और खून की कमी पाई गई थी। हीमोग्लोबिन की कमी और त्वचा संबंधी समस्याओं का इलाज चल रहा था। डिस्चार्ज होने के बाद उन्हें मिर्जापुर लाया गया और रामकृष्ण सेवा मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन गुरुवार सुबह उनकी तबीयत बिगड़ गई।

बनारस में होंगे अंतिम दर्शन और संस्कार
पंडित छन्नूलाल मिश्र का पार्थिव शरीर गुरुवार सुबह 11 बजे तक वाराणसी लाया जाएगा। दोपहर में लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे और शाम 7 बजे अंतिम संस्कार होगा।
कला जगत की बड़ी क्षति
पंडित छन्नूलाल मिश्र का जन्म 3 अगस्त 1936 को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के हरिहरपुर गांव में हुआ था। बनारस उनकी कर्मभूमि रही।
- उन्होंने ख्याल और ठुमरी गायकी में विशेष पहचान बनाई।
- वर्ष 2020 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया।
- साल 2014 में वे वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक भी रहे थे।
उनकी गायकी ने शास्त्रीय संगीत को जन-जन तक पहुंचाया और भारतीय परंपरा को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा दिलाई।
प्रधानमंत्री मोदी का श्रद्धांजलि संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा:
“सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ। उन्होंने जीवनभर भारतीय कला और संस्कृति की समृद्धि के लिए काम किया। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे सदैव उनका स्नेह और आशीर्वाद मिला। 2014 में वे मेरे प्रस्तावक भी रहे थे। शोक की इस घड़ी में मैं उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। ॐ शांति।”
सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे जीवनपर्यंत भारतीय कला और संस्कृति की समृद्धि के लिए समर्पित रहे। उन्होंने शास्त्रीय संगीत को जन-जन तक पहुंचाने के साथ ही भारतीय परंपरा को विश्व पटल पर प्रतिष्ठित करने में भी अपना अमूल्य योगदान… pic.twitter.com/tw8jb5iXu7
— Narendra Modi (@narendramodi) October 2, 2025
CM योगी आदित्यनाथ ने भी जताया शोक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पंडित मिश्र का निधन शास्त्रीय संगीत की अपूरणीय क्षति है। योगी ने प्रार्थना की कि प्रभु श्रीराम दिवंगत आत्मा को शांति और उनके अनुयायियों को इस दुख को सहने की शक्ति दें।
पंडित छन्नूलाल मिश्र का निधन न केवल वाराणसी और उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत के संगीत जगत के लिए गहरी क्षति है। उनकी ठुमरी और ख्याल की गायकी सदैव याद की जाएगी। बनारस की गलियों में गूंजने वाली उनकी आवाज अब भले ही खामोश हो गई हो, लेकिन उनका संगीत हमेशा जीवित रहेगा।